लखनऊ/बस्ती।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर 07 दिसम्बर 2020 से प्रारम्भ किसान यात्रा आज सातवें दिन भी जारी रही। हजारों समाजवादी कार्यकर्ताओं ने पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर तथा बैलगाड़ी से अपने जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में किसान यात्राएं निकाली और लोगों को समाजवादी पार्टी की नीतियों से अवगत कराने के साथ किसानों की मांगों के प्रति समर्थन का भी भरोसा दिलाया। जिला प्रशासन किसान यात्रा में शामिल नेताओं के घर दबिश डालने के साथ गिरफ्तारी कर रहा है तथा नज़रबंद कर रहा है।
आज आगरा, कासगंज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, चित्रकूट, प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मऊ, गोरखपुर, संतकबीरनगर, गोण्डा, झांसी, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गाजीपुर, सहारनपुर, शामली, औरैया, बांदा, बस्ती, प्रतापगढ़, बिजनौर तथा अलीगढ़ में किसान गोष्ठी तथा एटा, जालौन, हमीरपुर, बलिया, कुशीनगर, अम्बेडकरनगर, हरदोई, उन्नाव, सम्भल, बुलन्दशहर एवं मुजफ्फरनगर में पदयात्रा तथा मोटर साइकिल यात्रा निकाली गयी।
फर्रूखाबाद, बहराइच, श्रावस्ती, सुल्तानपुर, बरेली में किसान गोष्ठी का आयोजन तथा फिरोजाबाद में मोटर साइकिल किसान यात्रा निकली गयी। मथुरा, ललितपुर, महोबा, फतेहपुर, चंदौली, सिद्धार्थनगर, अलीगढ़, इटावा, मिर्जापुर, सोनभद्र, देवरिया, महाराजगंज, रायबरेली, गौतमबुद्धनगर एवं बागपत में किसानों की पदयात्रा एवं जगह-जगह पर किसान गोष्ठी सम्पन्न हुई।
समाजवादी पार्टी द्वारा शांतिपूर्ण चलाये जा रहे किसान यात्रा को जिला एवं पुलिस प्रशासन बल प्रयोग कर बंद कराना चाहता है। ये सारी हरकत भाजपा सरकार के कहने पर हो रही है। किसान यात्रा के ही दौरान वाराणसी महानगर के अध्यक्ष सर्वश्री विष्णु शर्मा, कामेश्वर दीक्षित उर्फ किशन दीक्षित सहित लगभग 15 कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया गया है। जिनकी रिहाई अभी तक नहीं हुई है। श्री सुधाकर सिंह पूर्व विधायक सहित समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता मऊ जेल में बंद है, जिन्हें आज तक रिहा नहीं किया गया है।
समाजवादी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं पर जानबूझकर जिला एवं पुलिस प्रशासन आपराधिक मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। बरेली के जिलाध्यक्ष श्री अगम मौर्या को घर पर नज़रबंद कर लिया गया। गोण्डा में पुलिस ने किसान यात्रा को जबरन रोकने की कोशिश की। पुलिस प्रशासन पूरे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ ऐसा तानाशाही रवैया अपना रहा है।
पुलिस तथा जिला प्रशासन के तमाम अवरोधों के बावजूद पूरे प्रदेश में पार्टी कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं।
समाजवादी पार्टी की गांव-गांव किसान यात्रा 13 दिसम्बर 2020 को यथावत जारी रही। 14 दिसम्बर 2020 को किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी द्वारा प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर धरना कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
अहंकारी भाजपा याद रखे यहां ‘प्रधान‘ शब्द तक ‘कृषि‘ के बाद आता है:अखिलेश