लखनऊ । उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुलिस और सरकार पर नियन्त्रण पूरी तरह खत्म हो गया है और यही कारण है कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ जघन्य वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
श्री लल्लू ने कहा कि प्रदेश में रोजाना हो रहीं रेप, गैंगरेप, हत्या, तेजाब डालकर जलाये जाने, छेड़खानी से तंग आकर बच्चियों द्वारा आत्महत्या करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाथरस,बलरामपुर,प्रयागराज, बुलन्दशहर, आजमगढ़, वाराणसी, लखीमपुर, गोरखपुर, अलीगढ़ आदि जिलों में हुई जघन्य घटनाओं से क्षुब्ध और आक्रोशित प्रदेश की जनता उबर नहीं पायी कि गोण्डा के परसपुर में तीन सगी नाबालिग बहनों पर तेजाब फेंकने, चित्रकूट में बलात्कार पीड़िता द्वारा आत्महत्या और प्रतापगढ़ में छेड़खानी से तंग आकर किशोरी द्वारा आत्महत्या की घटना ने ध्वस्त कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।
उन्होने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल है। त्वरित और सख्त कार्यवाही न किये जाने के चलते न्याय मिलने से वंचित बच्चियों और महिलाओं द्वारा आत्महत्या की घटनाएं प्रदेश की योगी सरकार की अक्षमता और पुलिस प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली का परिणाम है। दुर्भाग्यपूर्ण तो यह है कि सरकार इन घटनाओं के दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के बजाए पीड़ितों को चुप कराने और अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। यही कारण है कि अपराध थमने के बजाए और अधिक तेजी के साथ बढ़ रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए पूरी ईमानदारी के साथ ठोस कार्यवाही करती तो चित्रकूट और प्रतापगढ़ समेत अन्य जिलों में हो रहीं सैंकड़ों दुःखद घटनाओं को रोका जा सकता था। यह घटनाएं भाजपा सरकार में महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार और उन्हें न्याय दिलाने में असफल कानून व्यवस्था का साफ सबूत है।
श्री लल्लू ने कहा कि योगी सरकार महिलाओं और बेटियों को सुरक्षा देने में असफल साबित हुई है। मुख्यमंत्री का पुलिस और सरकार पर नियन्त्रण पूरी तरह खत्म हो गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री में जरा भी नैतिकता बची हो तो उन्हें पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।