—नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत ——संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा
श्री श्री रवि शंकर कहते हैं, “योग सिर्फ व्यायाम और आसन नहीं है। यह भावनात्मक एकीकरण और रहस्यवादी तत्व का स्पर्श लिए हुए एक आध्यात्मिक ऊंचाई है, जो आपको सभी कल्पनाओं से परे की कुछ एक झलक देता है।”
योग के नियमित अभ्यास से आप पूरी तरह फिट महसूस करेंगे। इससे शारीरिक ही नहीं, मानसिक और भावनात्मक संतुलन भी महसूस होता है।
योग इम्यूनिटी बढ़ाए : शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने से बीमारियां जल्दी घेरती हैं, इस समस्या से भी राहत दिलाता है योगासन।
योग दे आंतरिक शांति : हम सुकून, प्राकृतिक खूबसूरती और सहजता की जरूरत महसूस करते हैं। इसके लिए आंतरिक शांति चाहिए, जो योग से मिलती है।
योगासन के कुछ मिनट के नियमित अभ्यास से आप तनाव से राहत पा सकते हैं। यह मन और तन दोनों को काफी सहज रखने की क्षमता रखता है।
योग से वजन रहे नियंत्रित : अगर आप अपने वजन को लेकर चिंतित रहते हैं, तो सूर्य नमस्कार और कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास आपके लिए अमृत तुल्य साबित होगा।
योगासन के अभ्यास से आपके बॉडी पॉस्चर में सुधार होता है, जिससे शरीर अधिक स्वस्थ रहता है।
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