लखनऊ। एसएसपी प्रयागराज द्वारा एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को दी गयी सूचना से सामने आया है कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार ने प्रयागराज में पुलिस की गाड़ी जलाने के मामले में मुक़दमा वापस लिया है.
अभिलेखों के अनुसार 02 जनवरी 2014 को विश्वविद्यालय परिसर, प्रयागराज में वर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में 300 लोगों की भीड़ ने पथराव व आगजनी की. ईंट पत्थर चलने से कई लोगों को चोटें आयीं तथा तत्कालीन एएसपी देव रंजन की बोलेरो व सरकारी सामान जला दिया गया व सीओ प्रथम के बोलेरो के शीशे तोड़ दिए गए. इस संबंध में राकेश कुमार सिंह ने मुकदमा लिखवाया जिसमे 29 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र प्रेषित किया गया, जिसका कोर्ट द्वारा संज्ञान लिया गया.
शासन द्वारा इस मुकदमे की वापसी के संबंध में रिपोर्ट मांगने पर तत्कालीन एसपीओ, हाई कोर्ट, इलाहाबाद राधाकृष्ण मिश्र ने साफ लिखा कि मुकदमे में सफलता की पूर्ण सम्भावना है.
इसके बाद भी सरकार ने 16 अगस्त 2019 के अपने आदेश द्वारा यह मुक़दमा वापस ले लिया.
नूतन के अनुसार एक एएसपी की गाड़ी की आगजनी के मुकदमे को वापस लेना घोर आपत्तिजनक है और सरकार के कानून व्यवस्था के प्रति दोहरी नीति को दर्शाता है.