मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। गुरूवार को प्रयागराज में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संगम में मौन स्नान किया। प्रियंका गांधी बिलकुल सादा परिवेश में बिना किसी लाव लश्कर के संगम पहुंची। वहां उन्होंने मौन रहकर गंगा स्नान किया और विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की। प्रियंका गांधी वाड्रा आज मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर बेटी मिराया के साथ संगम नगरी प्रयागराज पहुंचीं। वे सबसे पहले नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन गईं। जहां अपने पूर्वज और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के स्मृति स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। यह वही स्थल था, जहां पूर्व पीएम की अस्थियां संगम में विसर्जित करने से पहले रखी गईं थी। प्रियंका गांधी ने आनंद भवन स्थित अनाथालय में बच्चों के साथ भी कुछ पल बिताए। इस दौरान बच्चों को गोद में लेकर फोटो खिचाई। उन्होंने अनाथालय में मौजूद बच्चों से बात की उनकी सुविधाओं को लेकर भी गांधी ने चर्चा की। इसके बाद प्रियंका गांधी बिना किसी लाव लश्वक के बगैर वीवीआइपी प्रोटोकॉल के सामान्य श्रद्धालु की तरह संगम में आस्था की डुबकी लगाने की पहुंचीं। संगम स्नान के बाद प्रियंका गांधी ने नाव भी चलाई। पूरे भ्रमण के दौरान प्रियंका गांधी ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। पिछले साल लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत प्रियंका गांधी ने गंगा यात्रा से की थी। एक दिन प्रियं पूर्व प्रियंका वाड्रा ने सहारनपुर दौरे के दौरान अलग ही रूप नजर आया था। काला कुर्ता, भगवा गमछा और माथे पर तिलक के साथ प्रियंका ने मां शाकुम्भरी का दर्शन कर पंचायत को संबोधित किया था। ऐसे में संगम पर उनका संगम में ‘मौन स्नान’ सॉफ्ट हिंदुत्व एजेंडे को धार देने की पहल के रूप में देखा जा रहा है।
आनंद भवन स्थित वह स्थल जहां पंडित नेहरू की अस्थियां संगम में विसर्जन पूर्व रखी गईं थी।