जिसे दफना कर गम डूबा था परिवार, वह दो दिन बाद घर पहुंचा, परिवार खुश, पुलिस का टेंशन बढ़ा!

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मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कानपुर के कर्नलगंज में 5 अगस्त को मिले शव की शिनाख्त में पुलिस और परिजन दोनों धोखा खा गए। जिसे दफनाने के बाद परिजन शोक में डूब गये थे वह शुक्रवार देर रात घर लौट आया। जब परिजनों और पुलिस ने उसे देखा तो उनके होश उड़ गए।

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पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने पुष्टि की कि जिस अहमद शव माना जा रहा था वह घर लौट आया है। उससे पूछताछ की जा रही है।मूल रूप से चमनगंज निवासी अहमद हसन (39) चकेरी के ओमपुरवा स्थित आजाद पार्क के पास अपने दूसरे मकान में पत्नी नगमा और दो बच्चे के साथ रहते हैं। उनके साले जैद के मुताबिक वह एसी रिपेयरिंग का काम करते है। 2 अगस्त को झगड़कर घर से निकल गए थे। दूसरे दिन चकेरी थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 5 अगस्त को यतीमखाना के पास एक लावारिस शव पाए जाने की सूचना मिली। परिवार के लोग पहुंचे और उसकी अहमद के रूप में पहचान की। पोस्टमार्टम के बाद उसे कब्रिस्तान में दफना दिया गया। शुक्रवार रात अहमद खुद घर पहुंचेे तो सभी दंग रह गए।परिवार के लोग उन्‍हें लेकर चकेरी थाने लेकर पहुंचे। उन्‍होंने अपने बारे में पुलिस को जानकारी दी। एसपी पश्चिम डॉ.अनिल कुमार का कहना है कि अहमद घर लौट आए हैंं। उनसे पूछताछ की जा रही है। कर्नलगंज में मिले शव की फिर से शिनाख्त कराने की कोशिश की जाएगी। अभी यह नहीं पता कि यतीमखाना के पास मिला शव किसका था। दफनाए गए शव को निकालकर डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। भविष्य में यदि कोई दावा करता है तो डीएनए से मिलान कर पुष्टि कराई जाएगी

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