जेनीफर हुई गर्भवती, खुशी का माहौल

0
1430

इटावा। कोरोना वायरस से जूझते उत्तर प्रदेश में तनावपूर्ण लम्हों के बीच इटावा सफारी पार्क में नये मेहमान आने सुगबुगाहट ने कर्मचारियों को मुस्कराने की वजह दे दी है। सफारी प्रशासन की लाडली शेरनी जेनीफर के गर्भवती होने से यहां खुशी का माहौल है।

सफारी पार्क के निदेशक वी.के.सिंह ने सोमवार को बताया कि अप्रैल माह के मध्य में लॉयन सफारी में शेरों का कुनबा बढ सकता है और यह अच्छी खबर शेरनी जेनिफर देगी। इसे लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर लीं गई हैं। सफारी में पिछले दिनों गुजरात से सात शेर और शेरनी को लाया गया था। जेनिफर उनमें से एक है। वह अप्रैल के मध्य में शावकों को जन्म देगी। सफारी प्रशासन जेनिफर की पूरी देखभाल कर रहा है, वह स्वस्थ भी है।

Advertisment

श्री सिंह ने बताया कि पिछले साल सितम्बर माह में जेनिफर को इटावा सफारी पार्क लाया गया था जहाँ उसकी मनन नामक शेर से मीटिंग कराई गयी जिससे जेनिफर गर्भवती हुई है। सफारी में इससे पहले 26 जून को शेरनी जेसिका ने चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से तीन शावक अभी स्वस्थ है और फिलहाल जेसिका के साथ ही है। इससे पहले भी जेसिका ने तीन शावकों शिम्बा, सुल्तान और बाहुबली को जन्म दिया था। इस तरह फिलहाल सफारी में जो छह शावक हैं वे सभी जेसिका के ही हैं। अब जेनिफर से कुनबा बढने की संभावना बनी हुई है।

सफारी में गुजरात से जिस शेरनी जेनिफर को लाया गया है वह सफारी में पहले से मौजूद शेरनी जेसिका की बेटी है। सफारी में जेसिका ने ही छह शावकों को जन्म दिया है। अब जेसिका की बेटी जेनिफर लाॅयन सफारी में शेरों का कुनबा बढाएगी।

उन्हाेने बताया कि इससे पहले जुलाई 2015 में सफारी की शेरनी हीर एवं ग्रीष्मा ने पांच शावकों को जन्म दिया था लेकिन उन्हे बचाया नहीं जा सका। एक माह के अन्दर इन पांचों शावकों की मौत हो गई थी। इसके बाद शेरनी जेसिका ने शावकों को जन्म दिया और फिलहाल जेसिका के छह शावकों से सफारी गुलजार है। सफारी में अभी शिम्बा, सुल्तान, बाहुबली व जेसिका के तीन शावक के अलावा गुजरात से लाए गए शेरनी महेश्वरी के नर व मादा शावक और राधा का मादा शावक है।

तीन सफारियों के साथ ईको पर्यटन केन्द्र को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। अब प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द ही लायन सफारी को भी पर्यटकों के लिए खोला जा सके । फिलहाल लाॅकडाउन के कारण इटावा सफारी पार्क को बंद कर दिया गया है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here