अयोध्या। विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों ने बुधवार को संगम तट से श्रीराम जन्मभूमि पर दिव्य व भव्य रामलला के मंदिर निर्माण के लिए त्रिवेणी की मिट्टी व जल लेकर प्रयागराज स्थित महावीर भवन पहुंचे, जहां से 30 जुलाई को उसे लेकर अयोध्या के लिए रवाना होंगे। इधर,वीएचपी व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी रामभक्तों से सहयोग करने की अपील किया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों की हार्दिक इच्छा थी कि सभी रामभक्तों को भूमि पूजन के अवसर पर आमंत्रित किया जाए लेकिन कोरोना महामारी में ऐसा करना असंभव है।
गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भूमि पूजन कर मंदिर निर्माण की शुरूआत करेंगे। इसके लिए विहिप के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने बुधवार को संगम की मिट्टी एवं जल एकत्र कर श्रीराम मंदिर आन्दोलन के नायक स्व.अशोक सिंघल के आवास महाबीर भवन में रखा। जिसे 30 जुलाई की सुबह विहिप के प्रमुख पदाधिकारी अयोध्या के लिए रवाना होंगे। संगम का पवित्र जल एवं मिट्टी श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन का हिस्सा बनेगा। श्रीराम जन्मभूमि के सारे आन्दोलन एवं जागरण का कार्यक्रम तय करने एवं सभी निर्णय संगम के किनारे ही लिए गए हैं।
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विहिप के संरक्षक रहे श्रद्धेय अशोक सिंघल जी एवं दुनिया के सभी पूज्य सन्तों की इच्छा रही है कि जब मंदिर का निर्माण शुरू होगा तो उस समय संगम की जल एवं मिट्टी पूजन के उपयोग में लाई जागी। श्री राम जन्मभूमि मंदिर आन्दोलन का केन्द्र रहा अशोक सिंघल जी का आवासमहावीर भवन जहां पर जल एवं मिट्टी रखा जाएगा। यहीं से 30 जुलाई की सुबह अयोध्या के लिए विश्व हिन्दू परिषद प्रान्त कार्यालय केसर भवन के प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे।
उक्त जानकारी देते हुए विहिप के मीडिया प्रभारी ने बताया कि बुधवार को धर्माचार सम्पर्क प्रमुख शम्भु जी सहित विहिप के प्रमुख कार्यकर्ता आज संगम पहुंचे और 11 लीटर संगम का पवित्र जल भरा और मिट्टी लाकर महावीर भवन में रखा है। इधर, चंपत राय ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ समिति सभी राम भक्तों से निवेदन करती है कि अयोध्या पहुंचने के लिए व्यग्र न हो, सभी लोग अपने स्थान से दूरदर्शन पर समारोह का सजीव प्रसारण देखें और सायंकाल अपने घर पर दीपक जलाकर दिव्य भव्य अवसर का स्वागत करें। भविष्य में किसी उचित अवसर पर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण यज्ञ में सभी राम भक्तों को सम्मिलित होने का अवसर मिले, यह प्रयास अवश्य होगा।
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