देश दहलाने के लिये लखनऊ में हो रही थी आतंकियों की भर्ती!
अलकायदा के दो आतंकवादी लखनऊ से गिरफ्तार,5 फरार
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी एटीएस की मुस्तैदी के चलते लखनऊ में अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकवादी पकड़े गये। पूरे राज्य में हाई अलर्ट कर दिया गया है। राजधानी के काकोरी थाना क्षेत्र के एक मकान में अल कायदा से जुड़े आतंकवादी विस्फोटों से मौत का सामान तैयार कर रहे थे। इनकी मंसा 15 अगस्त के आस-पास लखनऊ, अयोध्या, मथुरा, कानपुर, आगरा व काशी को दहलाने की थी। आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस ने अलकायदा के अन्सार गजवातुल हिन्द के 2 आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर अरेस्ट किए हैं। उनके पास से विस्फोटक व असलहे बरामद किए गए हैं। शेष 5 आतंकी फरार हो गये, जिनकी तलाश में सुरक्षा एजेंसियां जुट गयी हैं। गिरफ्तार आतंकियों को कोर्ट में प्रस्तुत कर रिमांड पर लिया जायेगा।
एडीजी लॉ एंड आर्डर ने कहा कि फरार लोगों की तलाश की जा रही है। यूपी के कई इलाकों के अलावा खासकर लखनऊ को दहलाने की साजिश थी। मानव बम बनाकर विस्फोट कराने की साजिश थी। आतंकवादी संगठन अल-कायदा का एक सदस्य जिसका नाम उमर हलमण्डी है, को अल-कायदा संगठन द्वारा भारत में अल-कायदा की आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने के निर्देश दिये गये थे। वह पाकिस्तान-अफगानिस्तान बार्डर क्षेत्र से आतंकवादी गतिविधियां संचालित करता है।
एडीजी ने बताया कि इस काम के लिये उमर हलमण्डी द्वारा भारत में आतंकी संगठन में सदस्यों की भर्ती तथा उन्हें रेडिक्लाइज करने का कार्य किया जा रहा है। इसी के अन्तर्गत उमर हलमण्डी ने कुछ जेहादी प्रवृत्ति के व्यक्तियों को लखनऊ में चिन्हित एवं नियुक्त कर अल-कायदा के माड्यूल को खड़ा किया है। यह माड्यूल अन्सार गजवातुल हिन्द जो अल-कायदा का ही अंग है, के अन्तर्गत आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिये तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त अल-कायदा माड्यूल के प्रमुख सदस्यों में मिनहाज, मसीरुद्दीन, शकील व वसीम का नाम प्रकाश आया है। इन लोगों ने उमर हलमण्डी के निर्देश पर अपने अन्य सहयोगियों की सहायता से 15 अगस्त के पूर्व उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों विशेषकर लखनऊ में महत्वपूर्ण स्थानों-स्मारकों-भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विस्फोट करने, मानव बम आदि के द्वारा आतंकवादी घटना कारित करने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिये इनके द्वारा शस्त्र, विस्फोटक आदि एकत्र किया गया है। उन्होंने बताया कि अन्जाम देने के लिए योजना बनाने में मिनहाज अहमद पुत्र सिराज अहमद, निवासी रिंग रोड, बगारिया, जेहटा बरावन कला, दुहम्गा, लखनऊ तथा मसीरूद्दीन पुत्र अमीनुद्दीन, निवासी सीतापुर रोड, मोहिबुल्लापुर, लखनऊ मुख्य भूमिका निभा रहें हैं।
इस आतंकवादी गिरोह में लखनऊ, कानपुर के इनके अन्य साथी भी शामिल हैं। संदिग्धों की तलाश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश व कानपुर में भी एटीएस की कार्यवाही चल रही है।सिराज के घर के बाहर से फोर्ड गाड़ी up 32 fj 7244 बरामद की गई है। जिस पर इंटरग्ल यूनिवर्सिटी का पास लगा हुआ है। ये गाड़ी सिराज के नाम बताई जा रही है। इसके कनेक्शन को भी टीम तलाश रही। मेहनाज और शाहिद 5 वर्ष सऊदी अरब में रह कर आये हैं।बताते हैं आतंकी संगठन अलकायदा से इनका संबंध वहीं हुआ। गिरफ्तारी से पहले आतंकियों ने तमाम दस्तावेज जला दिया। एटीएस ने उनके ठिकाने से जले दस्तावेज, 32 पेज का रजिस्टर बरामद किया। मेहनाज के घर में कुकर बम व विस्फोटक मिले इस लिये एटीएस ने मेहनाज की मां और पिता को पकड़ कर ले गयी।मिनहाज के घर विस्फोटक मिला। उनके कमरे से लैपटॉप, मोबाइल, पिस्टल, विस्फोटक, नकदी आदि बरामद हुये। अयोध्या, काशी और मथुरा में 15 अगस्त से पहले सीरियल ब्लास्ट की तैयारी थी। रियाज नाम का व्यक्ति लोगों को मनावबम बनने के लिये उकसाता था। पाकिस्तान से इनके खातों में बड़ी रकम भेजी गयी है।