मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। औरैया के दिबियापुर नगर से पांच दिन पूर्व लापता हुए डाकघर अभिकर्ता का शव संदिग्ध परिस्थितियों में शुक्रवार सुबह फफूंद व पाता रेलवे स्टेशन के बीच दिबियापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कन्हों बंबा के निकट रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। अपर पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का जायजा लिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। थाना दिबियापुर के मोहल्ला कैलाश बाग निवासी रामबाबू द्विवेदी ने वीते सोमवार को थाने में दी तहरीर में बताया था कि उनका छोटा पुत्र मनोज द्विवेदी 42 वर्ष चौबीस अगस्त की सुबह लगभग साढ़े नौ बजे से घर से किसी काम से निकल गया था। शाम तक वापस न आने पर परिजनों ने थाने में तहरीर दी थी औऱ अनहोनी की आशंका जताई थी। पांच दिन तक तक लगातार मनोज द्विवेदी की परिजन और पुलिस तलाश करती रही। लेकिन उसका कोई पता नही चल रहा था। शुक्रवार की सुबह कन्हों फाटक से लगभग एक किलो मीटर दूर दिबियापुर की आकर डाउन रेलवे ट्रेक पर खम्भा नंबर 1104/20,22 के बीच शव पड़ा था।
स्टेशन मास्टर की सूचना पर सुबह लगभग साढ़े नौ बजे रेलवे मेट चंद्रभान जोधपुर हावड़ा ट्रेन से शव के पास पहुंचा और शव को डाउन ट्रेक से हटाकर दोनों ट्रैकों के वीच में डाल दिया। सूचना पर एसपी सुनीति, अपर पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित फोरेंसिक टीम, डॉग स्कॉयड सहित भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। सूचना पर रोते बिलखते परिजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए। परिजनों का रो रो कर हाल बेहाल था। पत्नी सदमे से बदहवास हो गयी थी। परिजन हत्या की आशंका जताते हुए शव नही उठने दे रहे थे। अपर पुलिस अधीक्षक के समझाने पर परिजन माने। तब जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। मृतक मनोज द्विवेदी अपनी बाइक लेकर घर से निकला था। उसकी बाइक घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर एक कच्चे मार्ग खड़ी थी। इस मार्ग पर दिबियापुर और कंन्हों गांव होकर जाया जा सकता है। यह मार्ग कन्हो गांव से बंबा के किनारे होता हुआ रेलवे ट्रैक से मिला है। फोरेंसिक टीम को मृतक की जेब से बाइक की चाभी और मोबाइल भी मिला है।मृतक की पत्नी रंजना द्विवेदी ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। पत्नी पुलिस से बार बार अनहोनी की बात कहती रही। लेकिन पुलिस ने अनसुना कर दिया। अगर पुलिस सक्रिय होती तो यह घटना नही घटती।