मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। लॉकडाउन के दौरान बस्ती में नोएडा से घर लौटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर अजीत मिश्र की हत्या में शामिल आरोपी शिवा पाठक पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद पकड़ा गया। शिवा पर 15 हजार का इनाम था। जिले की स्पेशल टास्क फोर्स, कप्तानगंज और छावनी थाने की संयुक्त पुलिस टीमों ने मुठभेड़ के बाद आखिरकार उसे घेर के गिरफ्तार कर लिया।
जिला अस्पताल बस्ती में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मौके से उसके तीन अन्य साथियों को भी पकड़ा है। एसपी हेमराज समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल और हॉस्पिटल पहुंचे और सभी पहलुओं पर बारीकी से पड़ताल की। छावनी थाना क्षेत्र के चौकडी निवासी साफ्टवेयर इंजीनियर अजीत से बदमाशों ने एक लाख रूपये रंगदारी मांगी थी। मना करने पर शुक्रवार को दिनदहाड़े चौकड़ी के पास सिर में गोली मार दी थी। रविवार को इलाज के दौरान अजीत की लखनऊ में मौत हो गई थी। जांच में कुख्यात बाहुबली उर्फ शिवा पाठक और उसके साथियों का नाम सामने आया। मुखबिर की सूचना पर वुलिस टीम ने रामरेखा नदी के श्मशान घाट के पास दबिश दी। मुठभेड़ में शिवा के पैर में गोली लगी। मौके से उसके साथी सनी रावत, योगेश उर्फ चिंगारी, मनमोहन उर्फ ममनोहन मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस शिवा के राजनैतिक और आपराधिक संपर्कों की कड़ीं खंगाल रही है।पुलिस सूत्रों की मानें तो बस्ती के अलावा अयोध्या जनपद के कुछ नेताओं और माफियाओं से गहरे संबंध है। उन्हीं संपर्कों के बल पर शिवा राजधानी लखनऊ में स्थापित होने का सपना देख रहा था। एसओजी प्रभारी सर्वेश रॉय, प्रभारी निरीक्षक छावनी सौदागर रॉय, थानाध्यक्ष कप्तानगंज हरेकृष्ण उपाध्याय अपनी टीम के साथ रहे शामिल