बस्ती मंडल में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है।अब तक 184 संक्रमित मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से पांच की मौत हो गई है। रविवार सुबह सिद्धार्थनगर में सात, बस्ती में चार, देवरिया, कुशीनगर, संंतकबीरनगर में दो- दो नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जबकि इस दौरान 84 लोग स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट भी चुके हैं। कोरोना के मामलों में रिकवरी रेट अभी तक ठीक बना हुआ है। डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादातर मामलों में संक्रमण गम्भीर स्तर का नहीं है। ऐसे मामूली लक्षण वाले मरीजों में 8-10 दिन के इलाज के बाद ही संक्रमण खत्म हो जा रहा है। यही वजह है कि एक तरफ नए मरीज आ रहे हैं तो दूसरी तरफ मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज भी हो रहे हैं। अभी तक सबसे अधिक 52 मरीज बस्ती से आए हैं। इनमें से 22 ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। एक की 30 मार्च को मौत हो गई थी। यह उत्तर प्रदेश में कोरोना से पहली मौत थी। 29 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है। रविवार को आए सात नए मरीज मिलने के बाद सिद्धार्थनगर में कुल मरीजों की संख्या 44 हो गई है। इनमें से 17 डिस्चार्ज हो चुके हैं। 20 का इलाज चल रहा है। संतकबीनगर में कुल 42 मरीज आए। इनमें दो की रिपोर्ट रविवार सुबह आई। 32 ठीक हो चुके हैं। दस का इलाज चल रहा है। तीन मरीजों की मौत हो चुकी है।महराजगंज में कुल 15 मरीज अब तक आ चुके हैं। इनमें सात डिस्चार्ज हुए। आठ का अभी भी इलाज चल रहा है। गोरखपुर में कुल 13 मरीज आए।दो डिस्चार्ज हो गए, 11 का अब भी इलाज चल रहा है। शनिवार को कैम्पियरगंज के 62 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। देवरिया में अब तक 12 मरीज आए हैं। इनमें दो का रविवार सुबह पता चला। दो डिस्चार्ज हो चुके हैं। 10 का इलाज चल रहा है। कुशीनगर में पांच मरीज आए। इनमें दो की रिपोर्ट रविवार सुबह आई। दो डिस्चार्ज हो चुके हैं। एक का इलाज चल रहा है। रविवार को ही कुशीनगर के एक क्वारंटीन सेंटर में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। हालांकि उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव में आई थी। वहीं आजमगढ़ में मुंबई से आए एक प्रवासी मजदूर की कोरोना से मौत के बाद शनिवार की रात होम क्वारंटीन की गई उसकी पत्नी की भी हालत बिगड़ गई। रविवार को सुबह लगभग नौ बजे स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस से पत्नी को राजकीय मेडिकल कालेज में लाकर भर्ती कराया। जबकि परिवार के अन्य सदस्यों को रानी की सराय के एक स्कूल में बनाए गए आश्रय स्थल में क्वारंटीन किया गया। सदर तहसील के जहानागंज थाने के नेतपुर गांव निवासी 35 वर्षीय युवक मुंबई में रहता था। मुंबई से बुधवार को घर लौटा था। गुरुवार को सैंपल लेकर उसे राजकीय मेडिकल कालेज से हालत गंभीर होने पर लखनऊ रेफर कर दिया गया था,जहां शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मौत होने के बाद शुक्रवार की देर रात में उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इस पर शनिवार को उसकी पत्नी सहित परिवार के सात सदस्यों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था। सैंपल लेने के बाद सभी को होम क्वारंटीन के लिए भेज दिया गया। शनिवार की रात में पत्नी को बुखार और चक्कर आने से हालत बिगड़ गई। सीएमओ डॉ. एके मिश्रा ने बताया कि कोरोना से पति की मौत के बाद से उसकी पत्नी की घबड़ाहट बढ़ गई है। उसकी हालत देख राजकीय मेडिकल कालेज में उसे भर्ती कराया गया है। जबकि परिवार के सात सदस्यों को रानी की सराय के एक स्कूल में बनाए गए शेल्टर होम मेंक्वारंटीन कर दिया गया है
पूर्वी जिलों में परदेसियों के साथ कोरोना मरीजों की बाढ़ से दहशत!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती-गोरखपुर मंडल के अलावा वह जिले जहां के लोग भारी संख्या में दूसरे राज्यों में मेहनत कर परिवार पालते थे, कोरोना संक्रमण के दहशत में उनकी घर वापसी से मुसीबत भी बढ़ी है।
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