मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।बुलंदशहर के सिंकदराबाद के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से हुई पांच लोगों की मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। गुरुवार शाम गांव में अवैध रूप से बिक रही शराब कुछ ग्रामीणों ने पी थी। शराब पीने के बाद लोगों की हालत बिगड़नी शुरू हो गई।
परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। सबसे पहले रात में ही सुरजीत 45 वर्ष की मौत हो गई। इसके बाद शुक्रवार की सुबह तक पांच लोगों ने दम तोड़ दिया। मृतकों में सुखपाल (65 वर्ष), सतीश (45 वर्ष), कलुआ (45वर्ष), सरजीत (45 वर्ष), पन्नालाल (66 वर्ष) शामिल हैं। वहीं, पंकज, मनोज, मोनू , नवीन, अजय, ओमवीर, सुखपाल, गजे, प्रेम सिंह, रतन, शिवपाल, ऋषिपाल समेत 16 लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें उपचार के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में अपरमुख्य सचिव आबकारी संजय भूसरेड्डी ने संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन, उप आबकारी आयुक्त मेरठ तथा जिला आबकारी अधिकारी बुलन्दशहर को आबकारी आयुक्तालय से सम्बद्ध कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही तथा 2 आबकारी सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सिंकदराबाद के एचएचओ, हल्का इंचार्ज और चौकी प्रभारी को लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है।
वहीं शासन ने भी इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लिया है। संजय आर. भूसरेड्डी अपर मुख्य सचिव आबकारी विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एक प्रेस नोट जारी किया गया है। इसमें बताया गया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन राजेश मणि त्रिपाठी, उप आबकारी आयुक्त मेरठ सुरेश चन्दा पटेल तथा जिला आबकारी अधिकारी बुलन्दशहर संजय कुमार त्रिपाठी के विरूद्ध पर्यवेक्षणीय कार्य में शिथिलता बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से विभागीय कार्यवाही संस्थित करते हुए उन्हें आबकारी आयुक्तालय से सम्बद्ध कर दिया है।
इसके अतिरिक्त सिकन्दराबाद क्षेत्र में तैनात आबकारी निरीक्षक प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही रामबाबू तथा 2 आबकारी सिपाहियों श्रीकांत सोम एवं सलीम अहमद को कार्य व दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की गई है।