यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हुए कोरेन्टीन!

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लखनऊ के 5 अस्पतालों पर भी गिरी गाज

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।कनिका कपूर की पार्टी में शामिल होने के कारण पहले उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह को होम कोरेन्टीन होना पड़ा था, अब संदिग्ध मरीजों से बात करने पर यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को होम कोरेन्टीन में जाना पड़ा है।

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इस संदर्भ में जानने के लिये दोका सामना ने जब उनको फोन किया तो उनके आवास पर मोबाइल उठाने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता सुनील मिश्रा ने कहा कि वह एहितिहातन खुद को होम कोरेन्टीन किये हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री एक जून को मेरठ मेडिकल कॉलेज के दौरे पर गए थे। वहां वे कोरोना के संदिग्ध मरीजों से बात कर रहे थे। मंगलवार को उन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

सुरेश खन्ना, चिकित्सा शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश।

जिसके कारण खन्ना बुधवार को वे मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल नहीं हुए, जबकि स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह बैठक में मौजूद थे। जानकारी के अनुसार सोमवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना मेरठ और सहारनपुर मेडिकल कालेज के दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने मेरठ मेडिकल कालेज के इमरजेंसी में भर्ती संदिग्ध मरीजों से मुलाकात की थी। अगले दिन मंगलवार को उन संदिग्ध मरीजों में से तीन की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद मेरठ से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। हालांकि मेरठ में सीएमओ, मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने क्वारंटाइन होने की जरुरत से इनकार किया। वहीं एहतियात के तौर पर भाजपा नेता विनीत अग्रवाल शारदा, वीआईपी ड्यूटी में मौजूद सीओ सदर ने खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया। श्रम कल्याण आयोग के अध्यक्ष सुनील भराला के भी होम क्वारंटाइन की सूचना है। उधर, लखनऊ में मुख्यमंत्री की बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना नहीं पहुंचे। उनसे जुड़े सूत्रों की मानें तो सुरेश खन्ना ने अपनी सैम्पल को जांच के लिये दे दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही वह सार्वजनिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। इस बीच प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के कारण राजधानी लखनऊ के 5 निजी अस्पताल बंद करने के आदेश जारी कर दिया है।जिन अस्पतालों को बंद करने का आदेश दिया गया है, उनके नाम फ़ातिमा हॉस्पिटल, होप मदर एन्ड चाइल्ड केयर, राधा स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल, के अलावा विवेकानंद हॉस्पिटल और अवध हॉस्पिटल की कुछ यूनिट को भी बंद करने के लिए कहा गया। इन अभी अस्पतालों को नए रोगी भर्ती ना करने के लिए कहा गया है ।

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