मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या पर विपक्षी दलों ने योगी सरकार को घेरा है। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी में जंगलराज का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोरोना वायरस से ज्यादा हावी क्राइम वायरस हो गया है।
बुधवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट करते हुए बसपा अध्यक्ष ने कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में हत्या और महिला असुरक्षा सहित जिस प्रकार से गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है, उससे स्पष्ट है कि यहां कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है। सरकार को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। प्रदेश में कोरोना वायरस से ज्यादा अपराधियों का क्राइम वायरस हावी है, जनता त्रस्त है। उन्होंने कहा कि यू.पी के जंगलराज में, गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में, पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल कर दिया गया। जिनकी आज मृत्यु हो गई। बसपा की दुःखी परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं। इसके साथ ही बसपा की यह भी मांग है कि प्रदेश सरकार ने पीड़ित परिवार को जो कुछ भी मदद का भरोसा दिया है उसे समय से कर दे। इसके लिए पीड़ित परिवार को अधिकारियों के चक्कर न काटने पड़ें तो बेहतर होगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया है कि एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा? समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार स्पष्ट करे कि कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने वाले इन अपराधियों-बदमाशों के हौसले किसके बलबूते पर फल-फूल रहे हैं।इस संदर्भ एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है। जो लोग भी दोषी होंगे कोई बच नहीं पायेगा। भाजपा प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव ने घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पत्रकार के परिजनों को दस लाख आर्थिक सहायता, उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लिया है। विपक्षी दल मानवीय मुद्दों पर राजनीतिक रोटियां सेंकना बंद करें। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की संवेदनशील सरकार है। पीड़ित को न्याय और अपराधियों को जेल भेजा जाता है।