निकल सकता है बीच का रास्ता
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को निजी हाथों में देने की तैयारी के विरुद्ध बिजली कर्मचारियों ने सोमवार से राज्यव्यापी हड़ताल कर दिया है। राज्य की कानून व्यवस्था की तरह यह मामला भी हाथ से निकलता देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी बैठक बुलायी है।
इसमें राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, मुख्यसचिव राजेन्द्र तिवारी, अपरमुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार और इन विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया है।विद्युत कर्मचारियों किसी भी कीमत पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को न बेचने देने पर अडिग हैं। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार इस मुद्दे पर विद्युतकर्मी हड़ताल लंबा खींच सकते हैं। कार्य बहिष्कार को लेकर मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर बड़ी बैठक बुलायी है। कल ऊर्जा मंत्री के साथ विद्युत कर्मियों की बैठक नाकाम हो चुकी है।
सूत्रों की मानें तो राज्य मेंबढ़ते विद्युत संकट के चलते मुख्यमंत्री हड़ताल समाप्त करना चाहते हैं। इसमें बीच का रास्ता क्या हो सकता है, इन संभावनाओं की तलाश होगी। सरकार चाहती है कि बिजली बकाये की वसूली हो, विद्युतकर्मी चाहते हैं कि वसूली हो लेकिन विद्युतकर्मियों के हित को बिना प्रभावित किये समाधान निकाला जाय।