मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि अभिनय का मापदंड पृथ्वीराज कपूर, द ग्रेट शो-मैन राज कपूर के परिवार ने तय कर दिया है, इसे भूलाया नहीं जा सकता है।
जब बेहोश हो गए थे ऋषि और नीतू
ऋषि और नीतू की शादी 22 जनवरी 1980 को हुई थी। कपूर खानदान की इस शादी में देश के साथ दुनिया की भी नामचीन हस्तियां शामिल हुई थीं, लेकिन इस बीच कुछ ऐसा हुआ था कि सब घबरा गए थे। एक इंटरव्यू के दौरान नीतू सिंह ने बताया था कि शादी के दौरान ऋषि और वे बेहोश हो गई थीं।
नीतू सिंह ने बताया था, ‘हम दोनों बेहोश हो गए थे, लेकिन दोनों के बेहोश होने के कारण अलग थे। मैं लहंगा संभालते-संभालते बेहोश हो गई थी. जबकि ऋषि अपने आसपास बहुत ज्यादा भीड़ देखकर परेशान हो गए थे और वे भी चक्कर खाकर गिर पड़े थे। बाद में जब हम दोनों ठीक हुए, तब हमारी शादी पूरी हुई।
जब नरगिस ने उन्हें पहला रोल को करने के लिए मनाया था
ऋषि कपूर ने खुद एक बार खुलासा किया था कि कैसे नरगिस ने उन्हें इस रोल को करने के लिए मनाया था। असल में ऋषि कपूर श्री 420 के गाने प्यार हुआ इकरार हुआ में नजर आए थे। इस गाने में राज और नरगिस के पीछे बारिश में चलने वाले तीन बच्चों में से एक ऋषि कपूर थे। उस समय ऋषि की उम्र 3 साल थी और नरगिस ने उन्हें चॉकलेट का लालच देकर इस गाने में लिया था। ऋषि ने इस बारे में बात करते हुए बताया था, ‘मुझे बोला गया था कि श्री 420 में मुझे एक शॉट देना है और मेरे बड़े भाई और बहन भी इस शॉट में होंगे।
जब भी शॉट हो तब हमें बारिश में चलना था। ऐसे में शॉट के दौरान जब भी पानी मुझपे गिरता तो मैं रोने लगता. इसकी वजह से वो शूटिंग नहीं कर पा रहे थे। तो नरगिस ने मुझे कहा कि अगर तुम शॉट के दौरान अपनी आंखें खुली रखोगे और रोओगे नहीं तो मैं तुम्हें चॉकलेट दूंगी। इसके बाद मैंने सिर्फ चॉकलेट के लिए अपनी आंखें खुली रखीं और वो मेरा पहला शॉट था।
पिता राज कपूर का यंग रोल निभाया
ऋषि कपूर को फिल्म मेरा नाम जोकर में राज कपूर के किरदार के यंग वर्जन को निभाते देखा गया था। उन्होंने बताया कि कैसे 1970 में आई फिल्म मेरा नाम जोकर में पिता राज कपूर ने उन्हें लेने की बात उनकी मां कृष्णा कपूर से की थी। उन्होंने बताया था की हम घर में खाना खा रहे थे और मेरे पिता ने मां को बोला, ‘कृष्णा, मैं चाहता हूं कि चिंटू मेरा नाम जोकर में मेरे यंग वर्जन को प्ले करे.’ और मैं बहुत उत्साहित हो गया था कि मेरे फिल्मों में काम करने के बारे में बात हो रही है।
मैंने उनके सामने कुछ नहीं कहा। मैंने अपना खाना खत्म किया और अपने कमरे में गया। मम्मी तब पापा से कह रही थीं कि फिल्म की वजह से मेरी पढ़ाई पर असर पढ़ेगा। वो अलग बात है कि उस फिल्म से मेरी जिंदगी पर कुछ असर नहीं हुआ।
उन्होंने आगे आगे कि लेकिन जब वे इस बात पर विचार कर रहे थे, मैं अपने कमरे में आया और अपनी स्टडी टेबल की दराज खोली. उसमें एक फुल शीट थी. मैंने उसपर अपने ऑटोग्राफ की प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया।