मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में नहर की पटरी पर झोपड़ी डालकर रह रहे एक साधु की अज्ञात लोगों ने पीट पीटकर हत्या कर दी। हत्या की सूचना पर एएसपी ने भी मौका मुआयना किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।
हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया
पीलीभीत केे कोतवाली दियोरिया कला क्षेत्र के गांव हसनापुर में थाना बंडा क्षेत्र के गांव ताजपुर के सोमपाल पुत्र रघुनाथ (60) बीते लगभग 25 वर्ष से निगोही ब्रांच नहर की पटरी पर झोपड़ी डालकर रह रहे थे। वहां पर उन्होंने काली माता का मंदिर भी बना रखा था और पूजा अर्चना करते थे। शुक्रवार रात कुछ बदमाशों ने साधु की पीट पीटकर हत्या कर दी। उनके सिर से खून बह रहा था। शनिवार सुबह मृतक की भांजी गांव सिंधौरा बिंदुआ की लौंगश्री पत्नी हेमराज अपना खेत देखने गयीं। जहां उन्होंने अपने साधु मामा को कुटिया में मृत अवस्था में पाया। पास में ही कुत्ता भी घायल अवस्था में मिला। आनन फानन में उन्होंने पुलिस को सूचित किया। हत्या की सूचना पर एएसपी डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ बीसलपुर लल्लन सिंह और कोतवाल मनीराम सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। कुछ क्लू मिले हैं, जिनपर काम किया जा रहा है। शीघ्र ही घटना का वर्कआउट कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बख्शी के तालाब में एक पूजास्थल पर देर रात पुजारी की हत्या कर दी गई। ये हत्या लूटपाट के इरादे से की गई। हत्यारों ने पूजास्थल से घंटियां, दानपात्र और यहां तक कि तेल और अनाज भी लूट लिया।घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पुजारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। यह घटना बीकेटी थाना क्षेत्र की है। हत्या की वारदात पूजास्थल पर हुई। इस जगह पर रहने वाले पुजारी फकीर दास मूल रूप से सुल्तानपुर के रहने वाले थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक पूजा स्थल पर वे कई सालों से रहते आ रहे थे। लोगों ने बताया कि बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से हत्या की।
पुलिस ने देखा कि मौके पर दानपात्र टूटा हुआ है और उसमें से पैसे गायब थे। यहां तक की बदमाशों ने राशन और खाने पीने का और सामान भी लूट लिया। अपराधियों ने बड़ी निर्ममता से पुजारी की हत्या की। बदमाशों ने ईट से मार-मार कर पुजारी की हत्या कर दी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पूजा स्थल पर घंटियां बंधी थी जो कि लुटेरे ले गए। शक है कि लूटपाट का विरोध करने पर पुजारी की हत्या कर दी गई। पुजारी के शव के पास ईट पर खून लगा हुआ मिला। अभी मौके से फॉरेंसिक टीम साक्ष्य जुटा रही है। पुलिस ने बताया कि पुजारी के सिर पर चोट के निशान मिले हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मंदिर की देखरेख 80 साल के फकीर दास करते थे। रोज की तरह वे मंगलवार को भोजन करने के बाद अपनी कुटिया में सो रहे थे कि देर रात बदमाशों ने हमला बोल दिया और लूटपाट की। लूटपाट का विरोध करने पर उन्होंने पुजारी की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने रामचंद्र नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने पुलिस को बताया कि साधू उसकी चोरी का विरोध करते से जिससे उसको गुस्सा था।
भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड के हरिद्वार में गुरुवार को एक साधु की हत्या का मामला सामने आया है। भूपतवाला में सप्त सरोवर मार्ग पर आश्रम के पास साधु का शव मिला है। शव को बुरी तरह से कुचल दिया गया था। स्थानीय लोगों ने शव को देखकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। फिलहाल पुलिस मामले में सबूत जुटा रही है और साधु की पहचान नहीं हो पाई है।