मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कोरोना काल मे हाईटेक हुये देश में इंटरनेट पहुंच के प्रयोग का दायरा बढ़ने जा रही है। देश का दलित वंचित तबका अपने नेता का संदेश मोबाइल पर न सिर्फ पढ़ेगा बल्कि अब वह लाइव मूमेंट का भागीदार होगा।
इस क्रांति को गांव-गांव पहुंचाने के लिये बसपा प्रमुख मायावती आगे आयी हैं। हालांकि वह यूपी के पंचायत चुनाव में अपने मतदाताओं से जुड़ने के लिये इसका उपयोग कर राजनैतिक लाभ लेने के मंसूबे से इस मुहिम को आगे बढ़ाने जा रही हैं। उनके संदेश को शीघ्र-अतिशीघ्र अपने नेता का संदेश प्राप्त करने की ललक दलित- वंचित समाज की इंटरनेट प्रयोग की दक्षता बढायेगी।
खबर है कि यूपी पंचायत चुनाव के लेकर 2022 में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव तक के लिए बसपा ने हाईटेक प्रचार की रणनीति बना ली है। कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया जा रहा है कि वे अपने खर्चों में कटौती कर एंड्रायड मोबाइल खरीदें। इससे वे बसपा की नीतियों के साथ मायावती की बातों को जन-जन तक पहुंचाएं। बसपा कार्यकर्ताओं को इस संबंध में जोनल कोआर्डिनेटरों द्वारा निर्देश दिया जा रहा है।
यूपी में पंचायत चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियां सभी पार्टियों ने शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती इन दिनों दिल्ली में हैं। वह वहीं से ही पार्टी कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश जारी करती रहती हैं। संगठन को मजबूत करने का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है। प्रयागराज मंडल में पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया है कि वे अपने खर्चों में कटौती कर एंड्रायड मोबाइल खरीदें। इसके माध्यम से वे पार्टियों की नीतियों के साथ ही पार्टी प्रमुख मायावती की बातों को लोगों तक पहुंचाने का काम करें।
माना जा रहा है कि इसी तरह का निर्देश प्रदेश के अन्य मंडलों में जोनल प्रभारियों द्वारा कार्यकर्ताओं को दिए जाने का निर्देश उच्च स्तर से दिया गया है। मायावती अमूमन अपनी बात टीवी या फिर पत्र के माध्यम से कार्यकर्ताओं से करती हैं। एंड्रायड मोबाइल फोन के माध्यम से उनके द्वारा समय-समय पर टीवी पर दिए गए बयान को भी पार्टी के निचले स्तर तक के कार्यकर्ताओं को पहुंचाने का काम किया जाएगा।