अंबाजी मंदिर के कपाट खुले, पहली मंगला आरती के समय एक भी श्रद्धालु मौजूद नहीं रहा

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अहमदाबाद। कोरोना महामारी के कारण अम्बाजी का मंदिर 85 दिनों से बंद रहा। यह ऐतिहासिक घटना है कि अंबाजी मंदिर पहली बार इतने लंबे समय के लिए भक्तों के लिए बंद रहा। मंदिर के शक्तिद्वार पर स्वास्थ्य कर्मचारी श्रद्धालुओं का आधुनिक थर्मल स्कैनिंग मशीन से स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे। 65 वर्ष से अधिक आयु और 10 वर्ष से कम आयु के लोगों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। अंबाजी मंदिर आने वाले हर श्रद्धालु के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। बताया गया है कि उपहार केंद्र, प्रसाद केंद्र, साड़ी केंद्र, गणेशजी मंदिर दर्शन, पावदीपूजा, तीर्थयात्रियों द्वारा आयोजित राजभोग, गर्भगृह, माताजी दादी दर्शन, घर, हवन, यज्ञ, 3डी फिल्म शो, दिव्यदर्शन फोटोग्राफी, ध्वजारोहण, परिवेश रेस्तरां, हॉलिडे होम (रेस्ट हाउस) फिलहाल बंद रहेगा।
सरकार के दिशा निर्देशों के आज सुबह सात बजे मंदिर के कपाट खोल दिए गए। अंबाजी देवस्थान ट्रस्ट ने
मंदिर खोलने से पूर्व मंदिर परिसर की साफ सफाई की गयी। आज पहली मंगला आरती के समय एक भी श्रद्धाुल मौजूद नहीं था। आरती के समय केवल मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारियों को देखा गया। इस दौरान शारीरिक दूरी के अलावा अन्य नियमों का पालन किया गया। मंदिर प्रबंधन से जुड़े भट्टजी महाराज भरतभाई पाध्या ने बताया कि आज मंदिर के पहले दिन श्रद्धालुओं की कमी रही। मंदिर के प्रशासक एसजे चावड़ी ने बताया कि भक्तों ने माताजी के दर्शन का लाभ लिया।
मंदिर कपाट खुलने के बाद अंबाजी देवस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष व कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और मंदिर के प्रशासक व डिप्टी कलेक्टर और अन्य अधिकारियों ने मंदिर परिसर में बैठक की और श्रद्धालुओं को दर्शन सुविधा काे व्यवस्थित करने पर विचार किया। सभी लोगों ने मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया।
अंबाजी देवस्थान ट्रस्ट में मंदिर में दर्शन का समय 7.30 से 10.45 सुबह, दोपहर में 1 से 4.30 बजे और शाम को 7 से 8.15 तक रखा गया है। तीर्थयात्रियों के आराम और शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए दर्शनार्थियों को पास के मैदान पर बने टोकन काउंटर से टोकन लेना पड़ रहा है।
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