मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के कैबिनेट में कद्दावर मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति के अमेठी स्थित आवास विकास कॉलोनी के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। अधिकारी लगभग 8 बजे पूर्व मंत्री के आवास पर पहुंचे। आधा दर्जन प्रवर्तन अधिकारी गायत्री के घर के अंदर मौजूद रहे।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में इलाहाबाद से आई ईडी की टीम ने घर में गहनता से छानबीन की है। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में पहले राज्य मंत्री, फिर स्वतंत्र प्रभार मंत्री व प्रमोशन पाते हुए खनन विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे प्रजापति के खिलाफ इसी साल विजिलेंस के लखनऊ सेक्टर में मुकदमा दर्ज किया गया था। विजिलेंस ने इस मामले की पहले खुली जांच की थी, जिसमें प्रजापति के पास आय से छह गुना अधिक संपत्ति पाई गई थी। इसके बाद विजिलेंस ने शासन को रिपोर्ट भेजकर प्रजापति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी। शासन से अनुमति मिलने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बता दें कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति रेप व धोखाधड़ी के मामले में लखनऊ की जेल में कई सालों से बंद चल रहे हैं।15 दिन पहले गायत्री प्रजापति से मिलने लखनऊ आये उनके बेटे अनिल प्रजापति को भी उनके खिलाफ दर्ज मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद से अभी तक अनिल प्रजापति भी जेल में ही है। ई डी की छापेमारी के दौरान मीडिया को दूर रखा गया है। इस दौरान पूर्व मंत्री के वाहन चालक रहे भेटुआ ब्लॉक के टिकरी गांव निवासी राम राज यादव के घर भी ईडी ने छापेमारी शुरू कर दी है। बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के एक कद्दावर प्रत्याशी की मदत करने के एवज में प्रजापति को जेल से अस्पताल आने की सुविधा मिली थी। लेकिन उक्त नेता की मेहरबानी के बाद भी प्रजापति की मुश्किलें घट नहीं रही हैं।