मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। अयोध्या में राम जन्मभूमि रामलला के गर्भगृह की खुदाई व समतलीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है ।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय के निर्देशन में खुदाई का काम किया जा रहा है । रामलला के जन्म स्थान पर हो रही खुदाई में राम मंदिर से संबंधित अवशेष मिलने शुरू हो गए है । जो प्रमाणित करता है कि जन्मभूमि पर मंदिर को तोड़ कर विवादित इमारत को बनाया गया था । जन्मभूमि पर हो रही खुदाई में 7 ब्लैक टच स्टोन स्तंभ , 6 रेड सैंड स्टोन स्तंभ , 5 फिट की नक्काशी युक्त शिवलिंग मिला है । खुदाई में प्राप्त स्तंभ में देवी देवताओं की मूर्ति अंकित है ।
मंदिर के अन्य अवशेष में खुदाई में मिल रहा है । जिसमे देवी देवताओं की खंडित मूर्ति के काफी संख्या में पुरावशेष मिल रहे है । मंदिर का शीर्ष भाग में लगने वाला आमलक का भाग भी बरामद हुआ है । गृभगृह के पास से हो रही खुदाई में कुँवा भी मिला है । सारे खंडित मंदिर के अवशेष मिल रहे है । मंदिर के अवशेष में प्राप्त कसौटी में अलग अलग मुद्रा में नर नारी की मूर्ति भी मिली है । रामलला के गर्भगृह में हो रही खुदाई व समतलीकरण में प्राप्त मंदिर के अवशेष मिलने से संत समाज में प्रसन्नता है । श्रीरामबल्लभाकुंज के ट्रस्टी व सरयू आरती के संरक्षक स्वामी राजकुमार दास का कहना है कि पूर्व से हिन्दू पक्षकार यह कहता चला आ रहा था कि मंदिर ही था जिसको तोड़कर विवादित ढांचा बनाया गया था । कसौटी के पत्थरों में मूर्ति बनी हुई थी । जो अब बरामद हो रही है । आज सारी चीजें दिख रही है इससे ज्यादा कोई और प्रमाण क्या चाहिए । नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास का कहना है कि जन्म स्थान पर चौरासी खंबे महाराजा विक्रमादित्य ने लगवाए थे। वह खंबे आज भी है । विवादित ढांचे में भी यह खंबे थे जिनकी पूजा होती थी । संत समाज राम मंदिर निर्माण के शुरू होने का इंतजार कर रहे है । राम जन्मभूमि रामलला के गृभगृह में 11 मई से खुदाई शुरू हुई है । जिसमे 3 जेसीबी मशीन , एक क्रेन व 10 मजदूरों को लगाया गया है । राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा है की लॉक डाउन के नियमो का पालन करते हुए गृभगृह में समतलीकरण का काम शुरू किया है । लॉक डाउन के कारण राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में देरी हो रही है ।