अष्टम स्वरूप महागौरी:पूजा-अर्चना से जीव के जन्म जन्मान्तरण के पाप धुल जाते हैं

भगवती दुर्गा का अष्टम स्वरूप महागौरी भगवती दुर्गा के आठवें स्वरूप को महागौरी के नाम से जाना जाता है। इनका वर्ण पूरी तरह से गौर है। उनकी गौरता को उपमा शंख, चंद्र और कुंद के फूल से की गई है। इनकी आयु आठ वर्ष मानी गई है। इनके सभी वस्त्र आभूषण आदि भी श्वेत है। … Continue reading अष्टम स्वरूप महागौरी:पूजा-अर्चना से जीव के जन्म जन्मान्तरण के पाप धुल जाते हैं