आगरा जेल में कोरोना के तांडव से डरे डीजी जेल ने प्रदेश के जेलों में बाहरी सप्लाई रोका!

0
412

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे आगरा के सेंट्रल जेल में 10 कैदियों के संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है।

manoj shrivastav

मंगलवार को कैदियों की दूसरी जांच रिपोर्ट में 10 पॉजिटिव पाए गए। उधर प्रदेश के डीजी जेल आनंद कुमार ने आगरा के मामले के बाद यूपी की सभी जेलों के लिए अहम आदेश जारी कर दिया है। डीजी जेल ने बताया कि यूपी के सभी जेलों में आने वाली सप्लाई को विसंक्रमित करने का आदेश दिया गया है। बता दें यूपी की जेलों में 93 हजार बंदी और कैदी हैं। डीजी जेल आनंद कुमार ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि सेंट्रल जेल में 10 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। 14 कैदियों और 13 जेलकर्मियों का कोरोना टेस्ट हुआ था, जिसमें 10 कैदी पॉजिटिव निकले, बाकी सब नेगेटिव थे। 4 कैदियों और 13 जेलकर्मियों को क्वारेंटाइन में रखा गया है, जबकि 98 और कैदियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया है। डीजी जेल ने बताया कि प्रशासन से प्राथमिकता पर टेस्ट की रिपोर्ट मांगी गई है। इन 98 कैदियों को अलग बैरक में शिफ्ट कर क्वारेंटाइन किया गया है। उन्होंने बताया कि आगरा जेल के एक कोरोना पॉजिटिव कैदी की मौत हुई थी। 60 वर्षीय सजायाफ्ता कैदी वीरेंद्र कुमार हाइपरटेंशन का मरीज़ भी था। हमें शक है कि किसी सफाईकर्मी या जेल में आए राशन, सब्जी या फल से कोरोना संक्रमण हुआ है। आगरा की घटना से सबक लेते हुए यूपी की सभी जेलों में आने वाली सप्लाई को विसंक्रमित करने का आदेश दिया गया है। आगरा में 777 कोरोना संक्रमित मरीज हैं। बता दें आगरा में मंगलवार को 12 नए केस सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 777 हो गई है। अभी तक 383 कैदी डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, जबकि जिले में संक्रमण से अब तक 25 मरीजों की मौत हो चुकी है। झांसी निवासी 60 वर्षीय वीरेन्द्र हत्या के मामले में सजायाफ्ता बंदी को दिसंबर 2019 में सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। 3 मई को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत पर उसे एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। संदिग्ध मानते हुए डॉक्टरों ने जब उसकी कोरोना जांच करवाई तो वह पॉजिटिव निकला। 9 मई को कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद जेल प्रशासन ने मृत बंदी के बैरक में रहने वाले 14 बंदियों को क्वारेंटाइन कर दिया था। जिसमें 10 को कोरोना पॉजीटिव निकला है।

Advertisment
सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here