राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेण्टर क्रियाशील, राहत हेल्पलाइन-1070 तथा व्हॉट्सएप नम्बर 9454441036 पर सम्पर्क किया जा सकता है
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सहारनपुर विनोद कुमार
(मोबाइल नं0-9454417646) तथा प्रोजेक्ट एक्सपर्ट फ्लड, राहत आयुक्त कार्यालय
श्री चन्द्रकान्त (मोबाइल नं0-9454410743) को देहरादून भेजा जा रहा
लखनऊ: 08 फरवरी, 2021, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद चमोली, उत्तराखण्ड में हुई आपदा में प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव के सम्बन्ध में अधिकारियों को उत्तराखण्ड राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार अपने नागरिकों सहित सभी प्रभावितों को हर सम्भव मदद उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में उत्तराखण्ड में आयी आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उत्तराखण्ड सरकार को हर सम्भव मदद प्रदान करेगी। इसके दृष्टिगत उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से दूरभाष पर वार्ता कर संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया है।
मुख्यमंत्री जी ने इस आपदा से प्रभावित हुए प्रदेश के परिवारों की सहायता के लिए राहत आयुक्त कार्यालय में एक कण्ट्रोल रूम स्थापित करने तथा उत्तराखण्ड राज्य सरकार से समन्वय के लिए प्रदेश सरकार के 02 अधिकारियों को देहरादून भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों के निवासी इस आपदा में लापता हैं, उन जिलों में जनपद स्तरीय कण्ट्रोल रूम बनाया जाए। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने गृह विभाग को निर्देशित किया कि प्रत्येक प्रभावित परिवार से सम्पर्क स्थापित करते हुए उनकी हर सम्भव मदद की जाए। उन्होंने सहारनपुर के मण्डलायुक्त तथा आई0जी0 जोन को पूरी सक्रियता के साथ खोज-बचाव तथा राहत कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा सेे उत्तराखण्ड सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए प्रदेश के प्रभावित/लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव की कार्यवाही का पर्यवेक्षण करने की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा है कि इस हादसे के प्रत्येक मृतक प्रदेशवासी के आश्रितों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 02 लाख रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिए हैं।
बैठक में अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि उनके निर्देशों के क्रम में राज्य मुख्यालय पर राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेण्टर क्रियाशील कर दिया गया है। प्रदेश के लापता व्यक्तियों के परिजन लापता व्यक्ति का विवरण राहत हेल्पलाइन-1070 तथा व्हॉट्सएप नम्बर 9454441036 पर दर्ज करा सकते हैं तथा इस सम्बन्ध में जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
आपदा में प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव व राहत आदि कार्यों में उत्तराखण्ड सरकार से समन्वय के लिए जनपद सहारनपुर के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री विनोद कुमार (मोबाइल नं0-9454417646) तथा प्रोजेक्ट एक्सपर्ट फ्लड, राहत आयुक्त कार्यालय श्री चन्द्रकान्त (मोबाइल नं0-9454410743) को देहरादून भेजा जा रहा है। इन अधिकारियों द्वारा उत्तराखण्ड सरकार के आपदा प्रबन्धन विभाग सहित अन्य अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव व राहत आदि कार्यों के सम्बन्ध में कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में उत्तराखण्ड में आयी आपदा से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार उत्तराखण्ड सरकार को हर सम्भव मदद प्रदान करेगी। इसके दृष्टिगत उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से दूरभाष पर वार्ता कर संकट की इस घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया है।
मुख्यमंत्री जी ने इस आपदा से प्रभावित हुए प्रदेश के परिवारों की सहायता के लिए राहत आयुक्त कार्यालय में एक कण्ट्रोल रूम स्थापित करने तथा उत्तराखण्ड राज्य सरकार से समन्वय के लिए प्रदेश सरकार के 02 अधिकारियों को देहरादून भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जनपदों के निवासी इस आपदा में लापता हैं, उन जिलों में जनपद स्तरीय कण्ट्रोल रूम बनाया जाए। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने गृह विभाग को निर्देशित किया कि प्रत्येक प्रभावित परिवार से सम्पर्क स्थापित करते हुए उनकी हर सम्भव मदद की जाए। उन्होंने सहारनपुर के मण्डलायुक्त तथा आई0जी0 जोन को पूरी सक्रियता के साथ खोज-बचाव तथा राहत कार्यों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा सेे उत्तराखण्ड सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए प्रदेश के प्रभावित/लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव की कार्यवाही का पर्यवेक्षण करने की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा है कि इस हादसे के प्रत्येक मृतक प्रदेशवासी के आश्रितों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से 02 लाख रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध करायी जाएगी। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिए हैं।
बैठक में अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि उनके निर्देशों के क्रम में राज्य मुख्यालय पर राहत आयुक्त कार्यालय में राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेण्टर क्रियाशील कर दिया गया है। प्रदेश के लापता व्यक्तियों के परिजन लापता व्यक्ति का विवरण राहत हेल्पलाइन-1070 तथा व्हॉट्सएप नम्बर 9454441036 पर दर्ज करा सकते हैं तथा इस सम्बन्ध में जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।
आपदा में प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव व राहत आदि कार्यों में उत्तराखण्ड सरकार से समन्वय के लिए जनपद सहारनपुर के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री विनोद कुमार (मोबाइल नं0-9454417646) तथा प्रोजेक्ट एक्सपर्ट फ्लड, राहत आयुक्त कार्यालय श्री चन्द्रकान्त (मोबाइल नं0-9454410743) को देहरादून भेजा जा रहा है। इन अधिकारियों द्वारा उत्तराखण्ड सरकार के आपदा प्रबन्धन विभाग सहित अन्य अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर प्रदेश के लापता व्यक्तियों की खोज-बचाव व राहत आदि कार्यों के सम्बन्ध में कार्यवाही की जाएगी।
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