नयी दिल्ली। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने मंगलवार को कहा कि वह भारत और दुनिया के अन्य निम्न तथा मध्यम आयवर्ग वाले देशों के लिए कोरोना वैक्सीन की 10 करोड़ की जगह 20 करोड़ खुराक तैयार करेगा। एसआईआई इस समझौते के तहत ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी तथा दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन तथा नोवावैक्स की कोरोना वैक्सीन के 20 करोड़ डोज अगले साल तक बनायेगा। एसआईआई द्वारा तैयार वैक्सीन को भारत तथा दुनिया के अन्य निम्न तथा मध्यम आयवर्ग वाले देशों के बीच वितरित किया जायेगा।
एसआईआई ने मंगलवार को कहा कि अगले साल तक कोरोना वैक्सीन की 20 करोड़ डोज बनाने के लिए उसे बिल एंड मेलिंडा गेट्स फांउडेशन तथा गावी वैक्सीन एलाएंस से 30 करोड़ डॉलर का फंड प्राप्त हुआ है। एसआईआई को पहले 15 करोड़ डॉलर का फंड दिया गया, जिसे अब बढ़ाकर 30 करोड़ कर दिया गया है। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फांउडेशन तथा गावी वैक्क्सीन एलाएंस के साथ किये गये समझौते के तहत एसआईआई द्वारा बनायी गयी कोरोना वैक्सीन की कीमत तीन डॉलर प्रति वैक्सीन से अधिक नहीं की जा सकती है।