मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कानपुर के शिवराजपुर में 10 जून को गुंडा टैक्स के विवाद में हिस्ट्रीशीटर ने साथियों संग मिलकर कार से युवक का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया। आरोप है कि दबंगो ने उसको जम कर पीटा और जब वह मरणासन्न हो गया तो जीटी रोड किनारे फेंक दिया था। रविवार सुबह निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।शिवराजपुर कस्बे के वार्ड -10 निवासी एहसान उर्फ मुन्ना (24) के परिवार के दस-पंद्रह लोग सब्जी का ठेला लगाते हैं। आरोप है कि हिस्ट्रीशीटर व प्रधान का बेटा अभिषेक सिंह उर्फ बोनी ठाकुर कस्बे में फुटपाथ दुकानदारों से वसूली करता था। सभी दुकानदार देते थे लेकिन एहसान ने अपने परिवार को पैसा देने से रोक दिया था।
बताते हैं कि 10 जून को अभिषेक सिंह उर्फ बोनी ठाकुर ने अपने साथियों संग मिलकर शिवराजपुर स्टेशन के पास से एहसान का कार से अपहरण कर लिया। दबंगों ने एहसान को सुनसान जगह पर ले जाकर लाठी-डंडों से पीटकर मरणासन्न करने के बाद जीटी रोड किनारे फेंक दिया था। राहगीरों की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने उसे सीएचसी में भर्ती कराया। आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज न करने पर परिजनों ने जीटी रोड जाम कर हंगामा किया तब जाकर पुलिस ने अभिषेक व उसके साथियों पर रिपोर्ट दर्ज की। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने हत्या के प्रयास समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया था।
रविवार सुबह एहसान की कल्याणपुर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सीओ बिल्हौर राजेश कुमार ने बताया कि युवक की मौत के बाद आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।