कानून मंत्री से लगाई ध्वस्तीकरण रोकने की गुहार
विस्थापित परिवारों को
मछली मंडी में आवास देने की मांग
कानून मंत्री ने दिया आश्वासन, नगर निगम को कार्रवाई करने से रोका
लखनऊ। कैसरबाग मछली मंडी, सांडर्स मार्केट और बलदा में मालिम बस्ती हटाने के विरोध में हजारों स्थानीय निवासियों ने प्रदेश के कानून मंत्री और स्थानीय विधायक ब्रजेश पाठक से उनके सरकारी आवास राजभवन कॉलोनी में मुलाकात की। स्थानीय निवासियो ने बताया कि बस्ती में दलित समुदाय के करीब 500 परिवार रहते हैं। नगर निगम प्रशासन स्मार्ट सिटी के नाम पर बस्ती को उजाड़ रही है। स्थानीय लोगों का कहना कि वर्षों से बस्ती में रहकर जीवन यापन कर रहे है। इस कोविड काल मे नगर निगम प्रशासन बस्ती में रहने वाले परिवारों को उजाड़ रहा हैं।स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर निगम बिना नोटिस दिये बस्ती उजाड़ रही है। पिछले तीन दिनों से मछली मंडी मंडी ध्वस्तीकरण की करवाई चल रही हैं। जिसे लेकर लोगो के सामने अपना आशियाना की चिंता सता रही हैं। बस्ती उजड़े जाने के विरोध में स्थानीय निवासियों ने कानून मंत्री बृजेश पाठक से मुलाक़ात की। स्थानीय लोगों ने कानून मंत्री से मछली मंडी में संकुल बनाया जाना प्रस्तावित है। स्थानीय लोगों ने संकुल में ही रिहायशी अपार्टमेंट बनाकर बस्ती के लोगों देने की मांग रखी। इस पर कानून मंत्री ने नगर निगम प्रशासन के अफसरों से फ़ोन पर वार्ता कर ध्वस्तीकरण की करवाई रोकने को कहा। उन्होंने लोग लोगों आश्वाशन दिया वे इस सिलसिले में नगर आयुक्त से वार्ता कर समस्या का निराकरण करेंगे। इस मौके पर भाजपा नगर उपाध्यक्ष टिंकू सोनकर, भाजपा मध्य मंडल 3 के पूर्व अध्यक्ष शैलू सोनकर, मध्य मंडल 2 के अध्यक्ष हिमांशू राज सोनकर, अमर सोनकर, जगदीश सोनकर समेत हज़ारों लोग मौजूद रहे।