मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। गोरखपुुुर प्रवास पर गये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम पंचायत संगठन के प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात किया।
प्रतिनिधि मंडल ने ग्राम प्रधानों के कार्यकाल को छह माह तक बढ़ाने की मांग की। सीएम ने आश्वस्त किया कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा। राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम पंचायत संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष प्रह्लाद सिंह के नेतृत्व में ग्राम प्रधान गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर कक्ष में मुख्यमंत्री से मिले। सीएम को बताया कि ग्राम प्रधानों का वर्तमान कार्यकाल 25 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसी दशा में या तो कार्यकाल छह महीने के लिए बढ़ाया दिया जाए। या मध्य प्रदेश की तर्ज पर प्रशासकीय समिति गठित की जाए, जिसमें वर्तमान ग्राम प्रधान व सदस्य ही शामिल हों। प्रतिनिधि मंडल में कृष्ण चंद वर्मा, छोटेलाल पासवान, विजय बहादुर यादव आदि शामिल रहे। सीएम ने कहा कि उनकी मांग पर विचार कर ग्राम पंचायतों के हित में निर्णय लिए जाएंगे। पंचायत चुनाव की तैयारी शासनस्तर पर तेज हो गई है। मतदाता सूची का काम शुरू होने वाला है। चुनाव नजदीक आता देख प्रधान पद के उम्मीदवारों ने सुबह- शाम मतदाताओं से दुआ सलाम करने के साथ ही घर-घर बैठकबाजी तेज कर दी है। चट्टी-चौराहों पर भी बस पंचायत चुनाव की ही चर्चा होती रहती है।वर्तमान प्रधान जहां मतदाताओं को वृद्धा पेंशन बनवाने का दावा कर रहे हैं। अन्य उम्मीदवार जीतने के बाद कालोनी और जमीन का पट्टा देने का वादा करते दिख रहे हैं। वर्षों से ग्रामसभा के लोगों से न बोलने वाले अब पंचायत चुनाव के नजदीक आते व्यवहार कुशल बनकर अपने पक्ष में मतदान करने की बात कर रहे हैं। पूर्व प्रधान तो घर-घर जाकर लोगों से अपने समय में किए कार्यों को गिनाकर खुद को जीता हुआ बता रहे हैं। जाति और धर्म के नाम पर भी मतदाताओं को अपने पाले में लाने का प्रयास किया जा रहा है। सालों से न बोलने वाले अब अपने आप को मतदाताओं का शागिर्द बताते नहीं थक रहे हैं। जिन गरीब परिवार के लोगों से बात करने में प्रधानी के उम्मीदवार कतराते थे आज उनके घर पर नाश्ता पानी करते हुए घंटों बिता रहे हैं। दूसरे लड़ने की तैयारी करने वालों की माने तो चुनाव आता देख अधिकतर वर्तमान ग्राम प्रधानों की धुकधुकी बढ़ी हुई है। इस लिये ऐन-केन प्रकारेण चुनाव टालने की हर फितरत कर रहे हैं।