नयी दिल्ली । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार की निष्क्रियता और अक्षमताओं के कारण आज राजधानी देश की ‘कोरोना केपिटल’ बन गई है।
चौ. अनिल ने कहा कि सरकार की विफलता का ही परिणाम है कि दिल्ली कोरोना संक्रमितों की संख्या 70390 के साथ मुम्बई की तुलना में कोविड मरीजों की संख्या से 69528 से आगे निकल गई है। उन्हाेंने कहा कि 20 जून से दिल्ली में प्रतिदिन 3000 से भी अधिक कोविड पाजिटिव मामले सामने आ रहे है, जो आगे की भयावह स्थिति के सूचक है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कोविड-19 टेस्ट बढ़ाने के कितने भी दावे करें, दिल्ली में प्रति लाख पर सिर्फ 22,172 टेस्ट हुए है। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल दावा करते रहे हैं कि अब दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए बेड है और दिल्ली कोरोना एप खाली कोविड बेड दर्शाता है, लेकिन जब कोविड मरीज किसी भी अस्पताल में बेड मांगते है तो उन्हें या तो मना कर दिया जाता है या उन्हें बिना जवाब दिए ही अधिकारी चले जाते है। दिल्ली सरकार ने खुद ही प्रलय की भविष्यवाणी यह कहकर कर दी है कि दिल्ली में 31 जुलाई तक कोविड मरीजों की संख्या पांच लाख से अधिक हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि केवल दो दिन पहले ही उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा था कि अगर लोगों को कोविड केंद्रों पर परीक्षण करने के लिए कहा जाए, तो एम्बुलेन्स की व्यवस्था करना असंभव होगा, क्योंकि उपराज्यपाल ने टेस्ट को होम आईसोलेशन की जगह कोविड सेन्टर में कराने के आदेश दिए थे।