गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ॥
ॐ : परब्रह्मा का अभिवाच्य शब्द
भूः :
भूलोक
भुवः : अंतरिक्ष लोक
स्वः : स्वर्गलोक
त : परमात्मा अथवा ब्रह्म
सवितुः : ईश्वर अथवा सृष्टि कर्ता
वरेण्यम : पूजनीय
भर्गः: अज्ञान तथा पाप निवारक
देवस्य : ज्ञान स्वरुप भगवान का
धीमहि : हम ध्यान करते है
धियो :
बुद्धि प्रज्ञा
योः :
जो
नः : हमें
प्रचोदयात् : प्रकाशित करें।
गायत्री परिवार के 15 करोड़ साधक 31 मई और 1 जून को पूरे विश्व में एक समय अपने-अपने घरों में ‘गृह-गृह यज्ञ’ के तहत गायत्री यज्ञ करेगें। वैश्विक महामारी कोरोना के लिए सामूहिक विशेष आध्यात्मिक प्रयोग है।
कोविड-19 से पूरे विश्व को मुक्ति मिले, गायत्री मंत्र के माध्यम से आहूति डालकर प्रार्थना की जायेगी। पूरे विश्व में करोना वायरस से लगभग 64 लाख लोग बीमार हैं, महामृत्युंजय मंत्र से आहूति डालकर उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना की जायेगी। लगभग 3.5 लाख लोगों की कोरोना वायरस से मृत्यु हो चुकी है, उनके लिए मृत्यु के देवता यम देवता को आहुति देकर उनकी आत्मउन्नति के लिए प्रार्थना की जायेगी।
यह जानकारी देते हुए गायत्री परिवार के मुख्य मीडिया प्रभारी उमानंद शर्मा ने बताया कि पूरे विश्व में सुख, शांति एवं समृद्धि, मानव मात्र एवं प्राणियों के लिए कल्याण आहूति के माध्यम से प्रार्थना की जायेगी। वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति, विश्व में वातावरण की शुद्धि के लिए प्रार्थना की जायेगी। सभी यज्ञ कार्य शासन द्वारा निर्धारत, प्रोटोकाल तहत सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क इत्यादि के तहत होगा।
श्री शर्मा ने बताया कि अखिल विश्व गायत्री परिवार, गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के मार्ग दर्शन में पूरे विश्व में गायत्री परिवार के लगभग 15 करोड़ साधक अपने-अपने घरों में यज्ञ करेंगे साथ-साथ अपने मित्रजनों को भी यज्ञ करने की प्रेरणा देंगे, यह कार्यक्रम 31 मई 2020 को विश्व के लगभग 100 देशों में एक साथ प्रातः 9.00 बजे से सांय 4.00 बजे तक अपनी-अपनी परिस्थितियों के अनुसार चलते रहेंगे।
गायत्री परिवार के मुख्य मीडिया प्रभारी उमानंद शर्मा ने बताया कि यज्ञ आयोजन से वातावरण शुद्ध होता है और मनुष्य में त्याग परमार्थ के भाव जागृत होते हैं, एक साथ सामूहिक यज्ञ कार्यक्रम का प्रभाव से आत्मबल संवर्धन, आस्थाओं का परिशोधन, वातावरण परिष्कार, कोरोना संकट निवारण में लाभ मिलता है।
श्री शर्मा में यह भी बताया कि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के मार्गदर्शन में पूरे विश्व में गायत्री संस्थानों प्रज्ञा संस्थानों, प्रज्ञा महिला मण्डलों, युवा मण्डलों, जोन, उपजोन, जिलास्तरीय के भाई-बहन इस कार्यक्रम को अंतिम पड़ाव तक पहुँचाने के लिए सक्रिय हैं। ये सभी लोग यज्ञीय आयोजन को पूर्ण करने में सहयोग करेंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि 1 जून 2020 को गायत्री जयंती है, जो कि गायत्री परिवार का बहुत बड़ा पर्व है, ठीक 31 मई 2020 की भाँति, 01 जून को भी पूरे विश्व में गृह-गृह गायत्री यज्ञ होगा। यज्ञ का उद्देश्य विश्व में सुख शांति, समृद्धि एवं मानव प्राणी मात्र कल्याण है।
लखनऊ में अरविन्द निगम के संयोजन में सम्पन्न होगा यज्ञ
दोनों दिनों के कार्यक्रम संचालन के लिए सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा प्रशिक्षण दिया जा चुका है, राजधानी लखनऊ के लगभग 30 हजार घरों में जोन प्रभारी अरविन्द निगम, जिला संयोजक सहित सभी वरिष्ठ कार्यकर्तागण शांतिकुंज के मार्गदर्शन में कार्यक्रम सम्पन्न करायेंगे। यज्ञ में गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, सूर्यगायत्री मंत्र, नवग्रह मंत्र, रुद्रगायत्री मंत्र, यम गायत्री इत्यादि मंत्रों से आहुतियाँ प्रदान की जायेंगी। गत वर्ष 2 जून 2019 को गायत्री तीर्थ शांतिकुंज द्वारा यह कार्यक्रम पूरे विश्व में सम्पन्न कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जो सज्जन इस यज्ञ में भागीदारी करना चाहते हैं, अपने आस-पास के गायत्री परिजनों से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।