कोरोना रोगियों को यूपी में भी मिली होम आइसोलेशन की अनुमति मिली

0
305

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्‍यनाथ की सरकार ने कोरोना मरीजों के होम आइसोलेशन की अनुमति को मंजूरी प्रदान कर दी है। लेकिन इसके लिए प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। होम आईसोलेशन के प्रोटोकाल अलग से जारी किये जायेंगे।

manoj shrivastav

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पहले ही इसकी एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। कुछ राज्‍यों ने इसे अपने यहां लागू भी किया है। लेकिन उत्‍तर प्रदेश में इसे अभी लागू नहीं किया गया था। इसकी मांग को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी मुख्‍यमंत्री को पत्र लिखा था। राज्‍य कर्मचारी संयुक्‍त परिषद के अलावा दूसरे अन्‍य विशेषज्ञों की ओर से भी यह मांग तेजी से उठ रही थी, अंतत: योगी सरकार ने इसे स्‍वीकार कर लिया है। लेकिन इसकी अनुमति उसी को दी जायेगी जो इसके प्रोटोकाल पूरी तरह से पालन करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार निर्धारित प्रोटोकॉल की शर्तों के साथ कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन की अनुमति देगी, क्योंकि बड़ी संख्या में कोरोना के लक्षणरहित संक्रमित लोग बीमारी को छिपा रहे हैं, जिससे संक्रमण बढ़ सकता है।केंद्र सरकार की नीति में वैरी माइल्‍ड, प्रीसिम्‍प्‍टोमेटिक और एसिम्‍प्‍टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को सशर्त घर में ही आईसोलेशन करते हुए उनकी देखभाल की अनुमति होती है।

Advertisment

मरीजों के होम आईसोलेशन के बारे में आईएमए के प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ अशोक राय और महासचिव डॉ जयंत शर्मा के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में जो निर्देश कहे गये हैं दरअसल उसका फॉर्मूला इंदौर में तैयार किया गया था इसलिए इसे इंदौर फॉर्मूला भी कहते हैं। इसके अनुसार मरीज को एक ऐप डाउनलोड करना पड़ता है, जिलेवार बनाये गये इस ऐप में रोज मरीज के स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी हिस्‍ट्री लिखी जाती है,मरीज को एक छोटा पल्स ऑक्सीमीटर दिया जाता है जिससे पल्‍स रेट, ऑक्‍सीजन सेचुरेशन प्रतिशत प्रत्‍येक चार घंटे में नापकर उस ऐप में लोड करना होता है। इस ऐप से उपचार करने वाले डॉक्‍टर भी जुड़े होते हैं, ऐसे में अगर डॉक्‍टर मरीज के पैरामीटर देखता है कि मरीज को अब भर्ती करने की जरूरत है। चिकित्सक को थोड़ी सी समस्या लगने पर उस मरीज को अस्पताल के एल2 और एल3 सुविधा वाले अस्‍पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है।

लोकभवन के सामने मां-बेटी के आत्मदाह के प्रयास का निकला राजनैतिक कनेक्शन!

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here