मुंबई। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की जांच के लिए पूल टेस्टिंग और प्लाज्मा थेरेपी के माध्यम से उपचार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को दी।
श्री टोपे ने बताया कि कोरोना संबंधित मामलों की समीक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने शुक्रवार दोपहर देश के सभी स्वास्थ्य मंत्रियों एवं सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत के लिये एक बैठक बुलायी।
राज्य सरकार की ओर से पूल टेस्टिंग और प्लाज्मा थेरेपी पद्धति से उपचार करने की मांग को स्वीकृति मिल गयी है।
श्री टोपे ने कहा कि ‘पोर्टेबल पल्स ऑक्सीमीटर’ और एक्स-रे जांच की सहायता से कोरोना के मरीजों का जल्द इलाज करना संभव होगा और इससे मृत्यु दर कम की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण अर्थात पीपीई किट का कीटाणु शोधन करके उसके पुन: उपयोग संबंधी सुझाव दिया गया था जिसकी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सराहना की गयी।
उन्होंने कहा कि राज्य के निजी मेडिकल महाविद्यालयों में कोरोना की जांच शुरू करने की मांग को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की ओर से सकारात्मक संकेत मिलने की जानकारी दी गयी।
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