चंडीगढ़। कोविड-19 की दवा का देश में मानव परीक्षण शुरू होना आम जनता के लिये राहत भरी खबर है वहीं इस बीमारी के मरीजों को भी ईलाज की आस दिखाई देने लगी है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वयं ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित इस दवा का पीजीआई रोहतक में शुक्रवार को मानव परीक्षण शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यह दवा तीन लोगाें को दी गई है तथा अभी तक इसका उन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखा है। मानव परीक्षण के लिये आगामी दिनों में कुछ और लोगों का भी पंजीकरण किया जाएगा। पीजीआई रोहतक के डॉक्टरों ने भी तीन लोगों को दवा देने की पुष्टि की है।
इस दवा का पटना एम्स में परीक्षण शुरू किया गया है तथा शुरूआत में सात लोगों को यह दवा दी गई है। बताया जा रहा है कि मानव परीक्षण में अगर यह दवा सफल रहती है तो अगले माह अगस्त में इसे लाँच किया जा सकता है। परीक्षण में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों की उम्र 30 से 40 साल के बीच है। उल्लेखनीय है कि कम्पनी की इस दवा को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) ने मानव परीक्षण की मंजूरी दी थी। एक अन्य भारतीय कम्पनी जाईडस कैडिला ने भी उसकी दवा को मानव परीक्षण के लिये मंजूरी मिलने का दावा किया है तथा उसने यह परीक्षण शुरू भी कर दिया है। बताया जा रहा है कि देश में कोरोना से ईलाज के लिये सात टीके विकास के विभिन्न चरणों में हैं जिनमें से दो को मानव परीक्षण की अनुमति मिल चुकी है।