लखनऊ: 11 अप्रैल, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष को पूरी तैयारी के साथ मजबूती से लड़ना होगा। इस संघर्ष में लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण को नियंत्रण करने में सफलता मिली है। उसी प्रकार से इस बार भी कोविड-19 के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ते हुए हम सफल होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन जनपदों में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या 500 से अधिक है या प्रतिदिन 100 से अधिक केस आ रहे हैं, उन सभी जनपदों में कोरोना कफ्र्यू लागू किया जाए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जनपदों में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति व बचाव के उपायों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने 10 जनपदों-लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, झांसी, गौतमबुद्धनगर, बरेली एवं बलिया के अधिकारियों के साथ संवाद कर कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध जंग में स्वयं को सुरक्षित रखते हुए संक्रमण से बचाव एवं संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 का प्रसार नियंत्रित करने के लिए काॅन्टैक्ट टेªसिंग और टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्वयं तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने जनपदों का भ्रमण कर कोविड-19 की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि जनपदों में वरिष्ठ अधिकारियों के कोविड संक्रमित होने पर तत्काल शासन को सूचना दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में पंचायत चुनाव का कार्यक्रम चल रहा है। ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सभी को स्वयं पूरी सतर्कता और सावधानी बरतनी होगी। इसके लिए कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग किया जाए तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासन एवं स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचना होगा। इसके लिए सभी आवश्यक उपाय अपनाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष में संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई का केन्द्र बिन्दु बनाया जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का प्रभावी संचालन किया जाए। यहां से कोविड से सम्बन्धित सभी गतिविधियों की निगरानी की जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में वरिष्ठ अधिकारी दिन में 02 बार बैठक कर स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक निर्णय लेकर कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार पर नियंत्रण में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ाने और लैब्स की क्षमता विस्तार के निर्देश देते हुए कहा कि कुल टेस्टिंग में लगभग 70 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 से सम्पन्न किए जाएं। उन्होंने कहा कि निजी लैब्स के साथ संवाद करते हुए इनके सहयोग से टेस्टिंग बढ़ायी जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी लैब्स द्वारा कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर ही सम्पन्न हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण नियंत्रित करने के लिए काॅन्टैक्ट टेªसिंग को बढ़ाया जाए। प्रत्येक संक्रमित रोगी के 30 से 35 काॅन्टैक्ट्स को टेªस करते हुए 24 घण्टे के अंदर शत-प्रतिशत टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों के साथ इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर द्वारा निरन्तर संवाद बनाकर रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपदों में एल-2 और एल-3 कोविड बेड की संख्या में पर्याप्त वृद्धि की जाए। निजी अस्पतालों को भी डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाने की तैयारी कर ली जाए। डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों हेतु मैनपावर को प्रशिक्षित कराया जाए। कोविड संक्रमण के उपचार के सम्बन्ध में वर्चुअल आई0सी0यू0 के साथ संवाद बनाते हुए कार्यवाही की जाए। प्रत्येक दशा में 50 प्रतिशत एम्बुलेंस को कोविड कार्य से सम्बद्ध किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों में आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित रहे। कोविड अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं की माॅनीटरिंग हो। रेलवे, बस स्टेशनों, एयरपोर्ट आदि पर स्क्रीनिंग की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाए। कोविड के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की फेक न्यूज का तत्काल खण्डन हो। कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था सख्ती से लागू हो। इन जोन्स में पी0आर0डी0, एन0सी0सी0, सिविल डिफेंस आदि की सेवाएं ली जाएं तथा यहां पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति किसी भी प्रकार से बाधित न होने पाए। उन्होंने कहा कि मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत लोग एकत्रित न हों। इस सम्बन्ध में जागरूकता उत्पन्न करते हुए कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बंद स्थानों पर अधिकतम 50 लोग तथा खुले स्थानों पर 100 लोग ही मांगलिक इत्यादि कार्यक्रमों के लिए एकत्रित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर भी कोविड प्रोटोकाॅल सुनिश्चित करते हुए गेहूं खरीद की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल तक सभी माध्यमिक विद्यालय बंद रहेंगे। पूर्व निर्धारित परीक्षाओं का संचालन किया जा सकता है। कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य को तेजी से संचालित किया जाए। वैक्सीन की डोज लगाए जाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का वेस्टेज न हो। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता के साथ इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से समन्वय करते हुए लोगों को जानकारी दी जाए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण से बचाव और उपचार के लिए जनपद स्तर की समस्याओं के समाधान के सम्बन्ध में चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारी लखनऊ से जनपद में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जनपद में एल-2 और एल-3 के बेड की संख्या में तेजी से पर्याप्त वृद्धि की जाए। पर्याप्त संख्या में वेण्टीलेटर्स को भी सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान संचालित किया जाए। कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक घर में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान के साथ नगर निगम, फायर ब्रिगेड आदि को भी जोड़ा जाए। ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की आधी एम्बुलेंस कोविड-19 के कार्य के साथ सम्बद्ध की जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी चिकित्सा संस्थानों एवं लैब्स में कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर सम्पन्न की जाए।
जनपद प्रयागराज में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के बाद मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि जनपद में युनाइटेड मेडिकल काॅलेज को डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाया जाए। इस मेडिकल काॅलेज में कोविड-19 के उपचार हेतु 500 बेड की व्यवस्था करायी जाए। जिला प्रशासन युनाइटेड मेडिकल काॅलेज को जरूरी मानव संसाधन उपलब्ध कराए। संक्रमित रोगियों को एम्बुलेंस की निरन्तर उपलब्धता बनी रहे। ए0एल0एस0 एम्बुलेंस को भी कोविड कार्य में लगाया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य प्रभावी ढंग से चलाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति से अवगत होने के उपरान्त जनपद में एल-2 व एल-3 बेड की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। कोविड अस्पतालों में मैनपावर की पर्याप्त उपलब्धता रहे। आॅक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति बनी रहे। एच0एफ0एन0सी0 की भी उपलब्धता रहे। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड और नाॅन कोविड के अस्पताल अलग-अलग संचालित हों। एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम कम किया जाए। काॅन्टैक्ट टेªसिंग प्रभावी ढंग से की जाए। संक्रमित व्यक्ति के सभी चिन्हित काॅन्टैक्ट्स की शत-प्रतिशत टेस्टिंग हो। कंटेनमेंट जोन में आवागमन को सख्ती से प्रतिबंधित करते हुए स्वच्छता और सैनिटाइजेशन की कार्यवाही तेजी से संचालित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद कानपुर नगर की कोविड की स्थिति से अवगत होने के उपरान्त टेस्टिंग की क्षमता विस्तार के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जाएं एवं मैनपावर को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने निजी लैब को निर्धारित दर पर टेस्टिंग के कार्य से जोड़ने के निर्देश भी दिए। कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने बेड, वेण्टीलेटर्स तथा एच0एफ0एन0सी0 की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में निजी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाए। ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की आधी एम्बुलेंस को कोविड कार्य में लगाने के साथ ही पी0पी0ई0 किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक घर को सैनिटाइज कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद गोरखपुर में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी लेने के उपरान्त निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी लैब में कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर ही की जाए। निर्धारित मूल्य से अधिक धनराशि लेने पर सम्बन्धित लैब्स के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम कम करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। उन्होंने झांसी जनपद में एल-2 तथा एल-3 फैसिलिटी के बेड्स बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। जनपद गौतमबुद्धनगर में निजी क्षेत्र के अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाए जाने की कार्यवाही के लिए कहा। जनपद बरेली में 300 बेड्स एल-2 व एल-3 सुविधायुक्त बनाए जाने तथा वेण्टीलेटर व एच0एफ0एन0सी0 की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल भी बनाया जाए। उन्होंने जनपद बलिया में वेण्टीलेटर व एच0एफ0एन0सी0 को फंक्शनल किए जाने तथा एल-3 सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। जनपद मेरठ के लिए भी उन्होंने कहा कि कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जनपदों में कोविड-19 संक्रमण की स्थिति व बचाव के उपायों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने 10 जनपदों-लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, झांसी, गौतमबुद्धनगर, बरेली एवं बलिया के अधिकारियों के साथ संवाद कर कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध जंग में स्वयं को सुरक्षित रखते हुए संक्रमण से बचाव एवं संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 का प्रसार नियंत्रित करने के लिए काॅन्टैक्ट टेªसिंग और टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्वयं तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ने जनपदों का भ्रमण कर कोविड-19 की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने कहा कि जनपदों में वरिष्ठ अधिकारियों के कोविड संक्रमित होने पर तत्काल शासन को सूचना दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में पंचायत चुनाव का कार्यक्रम चल रहा है। ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सभी को स्वयं पूरी सतर्कता और सावधानी बरतनी होगी। इसके लिए कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग किया जाए तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासन एवं स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचना होगा। इसके लिए सभी आवश्यक उपाय अपनाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष में संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को कोविड-19 के विरुद्ध लड़ाई का केन्द्र बिन्दु बनाया जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर का प्रभावी संचालन किया जाए। यहां से कोविड से सम्बन्धित सभी गतिविधियों की निगरानी की जाए। इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में वरिष्ठ अधिकारी दिन में 02 बार बैठक कर स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक निर्णय लेकर कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार पर नियंत्रण में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की संख्या बढ़ाने और लैब्स की क्षमता विस्तार के निर्देश देते हुए कहा कि कुल टेस्टिंग में लगभग 70 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 से सम्पन्न किए जाएं। उन्होंने कहा कि निजी लैब्स के साथ संवाद करते हुए इनके सहयोग से टेस्टिंग बढ़ायी जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी लैब्स द्वारा कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर ही सम्पन्न हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण नियंत्रित करने के लिए काॅन्टैक्ट टेªसिंग को बढ़ाया जाए। प्रत्येक संक्रमित रोगी के 30 से 35 काॅन्टैक्ट्स को टेªस करते हुए 24 घण्टे के अंदर शत-प्रतिशत टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों के साथ इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर द्वारा निरन्तर संवाद बनाकर रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपदों में एल-2 और एल-3 कोविड बेड की संख्या में पर्याप्त वृद्धि की जाए। निजी अस्पतालों को भी डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाने की तैयारी कर ली जाए। डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों हेतु मैनपावर को प्रशिक्षित कराया जाए। कोविड संक्रमण के उपचार के सम्बन्ध में वर्चुअल आई0सी0यू0 के साथ संवाद बनाते हुए कार्यवाही की जाए। प्रत्येक दशा में 50 प्रतिशत एम्बुलेंस को कोविड कार्य से सम्बद्ध किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी जनपदों में आॅक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित रहे। कोविड अस्पतालों में सभी व्यवस्थाओं की माॅनीटरिंग हो। रेलवे, बस स्टेशनों, एयरपोर्ट आदि पर स्क्रीनिंग की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। स्वच्छता व सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाए। कोविड के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की फेक न्यूज का तत्काल खण्डन हो। कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था सख्ती से लागू हो। इन जोन्स में पी0आर0डी0, एन0सी0सी0, सिविल डिफेंस आदि की सेवाएं ली जाएं तथा यहां पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति किसी भी प्रकार से बाधित न होने पाए। उन्होंने कहा कि मास्क की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत लोग एकत्रित न हों। इस सम्बन्ध में जागरूकता उत्पन्न करते हुए कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बंद स्थानों पर अधिकतम 50 लोग तथा खुले स्थानों पर 100 लोग ही मांगलिक इत्यादि कार्यक्रमों के लिए एकत्रित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर भी कोविड प्रोटोकाॅल सुनिश्चित करते हुए गेहूं खरीद की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल तक सभी माध्यमिक विद्यालय बंद रहेंगे। पूर्व निर्धारित परीक्षाओं का संचालन किया जा सकता है। कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्य को तेजी से संचालित किया जाए। वैक्सीन की डोज लगाए जाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वैक्सीन का वेस्टेज न हो। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता के साथ इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से समन्वय करते हुए लोगों को जानकारी दी जाए। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण से बचाव और उपचार के लिए जनपद स्तर की समस्याओं के समाधान के सम्बन्ध में चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारी लखनऊ से जनपद में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जनपद में एल-2 और एल-3 के बेड की संख्या में तेजी से पर्याप्त वृद्धि की जाए। पर्याप्त संख्या में वेण्टीलेटर्स को भी सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान संचालित किया जाए। कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक घर में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य कराया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन अभियान के साथ नगर निगम, फायर ब्रिगेड आदि को भी जोड़ा जाए। ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की आधी एम्बुलेंस कोविड-19 के कार्य के साथ सम्बद्ध की जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी चिकित्सा संस्थानों एवं लैब्स में कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर सम्पन्न की जाए।
जनपद प्रयागराज में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के बाद मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि जनपद में युनाइटेड मेडिकल काॅलेज को डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाया जाए। इस मेडिकल काॅलेज में कोविड-19 के उपचार हेतु 500 बेड की व्यवस्था करायी जाए। जिला प्रशासन युनाइटेड मेडिकल काॅलेज को जरूरी मानव संसाधन उपलब्ध कराए। संक्रमित रोगियों को एम्बुलेंस की निरन्तर उपलब्धता बनी रहे। ए0एल0एस0 एम्बुलेंस को भी कोविड कार्य में लगाया जाए। स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य प्रभावी ढंग से चलाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति से अवगत होने के उपरान्त जनपद में एल-2 व एल-3 बेड की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। कोविड अस्पतालों में मैनपावर की पर्याप्त उपलब्धता रहे। आॅक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति बनी रहे। एच0एफ0एन0सी0 की भी उपलब्धता रहे। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड और नाॅन कोविड के अस्पताल अलग-अलग संचालित हों। एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम कम किया जाए। काॅन्टैक्ट टेªसिंग प्रभावी ढंग से की जाए। संक्रमित व्यक्ति के सभी चिन्हित काॅन्टैक्ट्स की शत-प्रतिशत टेस्टिंग हो। कंटेनमेंट जोन में आवागमन को सख्ती से प्रतिबंधित करते हुए स्वच्छता और सैनिटाइजेशन की कार्यवाही तेजी से संचालित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद कानपुर नगर की कोविड की स्थिति से अवगत होने के उपरान्त टेस्टिंग की क्षमता विस्तार के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जाएं एवं मैनपावर को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने निजी लैब को निर्धारित दर पर टेस्टिंग के कार्य से जोड़ने के निर्देश भी दिए। कोविड-19 के उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने बेड, वेण्टीलेटर्स तथा एच0एफ0एन0सी0 की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में निजी संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाए। ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की आधी एम्बुलेंस को कोविड कार्य में लगाने के साथ ही पी0पी0ई0 किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। कंटेनमेंट जोन में प्रत्येक घर को सैनिटाइज कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद गोरखपुर में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी लेने के उपरान्त निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निजी लैब में कोविड-19 की जांच निर्धारित दर पर ही की जाए। निर्धारित मूल्य से अधिक धनराशि लेने पर सम्बन्धित लैब्स के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस का रिस्पाॅन्स टाइम कम करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। उन्होंने झांसी जनपद में एल-2 तथा एल-3 फैसिलिटी के बेड्स बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। जनपद गौतमबुद्धनगर में निजी क्षेत्र के अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल बनाए जाने की कार्यवाही के लिए कहा। जनपद बरेली में 300 बेड्स एल-2 व एल-3 सुविधायुक्त बनाए जाने तथा वेण्टीलेटर व एच0एफ0एन0सी0 की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल भी बनाया जाए। उन्होंने जनपद बलिया में वेण्टीलेटर व एच0एफ0एन0सी0 को फंक्शनल किए जाने तथा एल-3 सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। जनपद मेरठ के लिए भी उन्होंने कहा कि कोविड-19 की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें।
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