मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। जिला पुलिस ने बीती रात मंदिर से मूर्तियों को लूटने की योजना बनाते समय मूर्ति चोर गिरोह के सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से चोरी की एक अष्टधातु की मूर्ति बरामद की गई है जिसकी अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब पांच करोड़ रुपये बताई जा रही है।
पुलिस ने अभियुक्तों के कब्ज़े से एक बोलेरो, दो अवैध तमंचा व एक देसी बंदूक भी बरामद की है। अपर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र कुमार ने बताया कि शनिवार – रविवार की रात कोतवाली नगर, स्वाट व निगरानी टीम के सहयोग से जिले के थाना धानेपुर स्थित सतनामी पुरवा राम जानकी मंदिर में डकैती करने के लिए जाते समय अभियुक्तगण करिया सिंह, रोहित सिंह व राजकुमार घरुक (निवासी अर्जुन वैश्य पुरवा मौजा सोनौली मोहम्मदपुर थाना उमरीबेगमगंज, गोंडा), मो. तालिब अंसारी (निवासी सकरौरा थाना कर्नलगंज, गोंडा), अजितेश कुमार सिंह तथा दीप चंद गौड (निवासी सराय गौरा थाना महाराजगंज जिला जौनपुर) को गिरफ्तार किया। एएसपी ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ करने पर अभियुक्तों ने बताया कि वे लोग ठाकुर दास पुरवा स्थित राम जानकी मंदिर (जिसमें अष्टधातु की मूर्तियां रखी हैं) में डकैती कर मूर्तियां लूटने की योजना बना रहे थे, इसके अतिरिक्त सिद्धार्थ नगर के बढनी क्षेत्र के राम जानकी मंदिर व गोंडा जिले के कर्नलगंज में संतोषी माता मंदिर में भी मूर्ति चोरी करने की योजना काफी दिनों से बनायी जा रही थी। एएसपी के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कई बार यहां की रेकी भी की थी। एएसपी ने बताया कि अभियुक्त राज कुमार घरुक व अजितेश कुमार ने बताया कि उन्होंने करीब पांच साल पूर्व मनकापुर के आगे एक मंदिर से अष्टधातु की माता जानकी की मूर्ति चोरी की थी और इस मूर्ति को बेचने के लिये तालिब अंसारी के माध्यम से स्वर्ण आभूषण का कारोबार करने वाले जावेद (निवासी भैरवनाथ पुरवा क़स्बा कर्नलगंज जिला गोंडा) को मूर्ति के दोनों हाथ काटकर नमूने के तौर पर दिया गया था। उन्होंने बताय कि जावेद द्वारा इसे अष्टधातु की मूर्ति बताए जाने के बाद मूर्ति जावेद को दे दी गयी थी एवं वह मूर्ति इस समय जावेद के पास ही है। एएसपी ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस बल द्वारा जावेद को गिरफ्तार कर उसके कब्ज़े से लगभग पांच करोड़ रुपये कीमत की अष्टधातु धातु की दोनों हाथ कटी मूर्ति बरामद की गयी। उन्होंने बताया कि अभियुक्तों के विरुद्ध स्थानीय थाने पर अभियोग पंजीकृत कर न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।