गोपेश्वर। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भरारीसैंण) में 21वें राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। शुक्रवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने राज्य स्थापना दिवस पर भरारीसैंण में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं व्यवस्थाओं को लेकर नोडल अधिकारियों की बैठक ली और निर्धारित समय से सभी व्यवस्थाएं चाक चौबन्द करने के निर्देश दिए।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के प्रस्तावित दौरे को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। मुख्यमंत्री इस बार राज्य स्थापना दिवस की सालगिरह गैरसैंण (भरारीसैंण) में मनाने जा रहे है। भरारीसैंण विधानसभा परिसर में राज्य स्थापना दिवस पर आईटीबीपी और पुलिस परेड के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य स्थापना दिवस के मौके पर प्रतिभाग करने वाले विधायकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को आवास आरक्षित करने और आवासों में सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जाएं। नगर पालिका को पूरे विधानसभा परिसर एवं सभी आवासों को अच्छी तरह से सेनेटाइज्ड करने एवं साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। जल संस्थान को पेयजल की आपूर्ति तथा विद्युत विभाग को विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के निर्देश दिए गए। पुलिस विभाग को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखने तथा चिकित्सा विभाग को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं के साथ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित के लिए आवश्यकता के अनुरूप वाहनों का अधिग्रहण करने के लिए परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए स्टेज निर्माण, स्टेज की साज सज्जा एवं साउंड सिस्टम के लिए लोनिवि को जिम्मेदारी दी गई है।
भरारीसैंण में अत्यधिक ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने नगर पालिका को अलाव के लिए पर्याप्त लकड़ियों की भी समुचित व्यवस्था करने को कहा। वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली की समाधि स्थल दूधातोली (कोदियाबगड) तक जाने वाले पैदल ट्रैक रूट पर भी सूक्ष्म जलपान, अस्थाई शौचालय सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं करने को कहा गया। कोविड के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिकों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनने, शारीरिक दूरी तथा अपना पहचान पत्र साथ रखने के भी निर्देश दिए है। सनातन……
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