जन्माष्टमी की पावन व्रत कथा व विधान, पापों से निवृत्ति और सुख वृद्धि देते हैं 16 कला अवतारी श्री कृष्ण

भगवान विष्णु ने द्बापर युग में श्री कृष्ण के रूप में अवतार लिया था, श्री कृष्ण भगवान ने 16 कलाओं से युक्त अवतार किया जाता है। जन्माष्टमी में व्रत-पूजन करने से अतुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है। भाद्रपक्ष कृष्णा अष्टमी को रात्रि के प्रहर में बारह बजे मथुरा नगरी में भगवान श्री कृष्ण ने जन्म … Continue reading जन्माष्टमी की पावन व्रत कथा व विधान, पापों से निवृत्ति और सुख वृद्धि देते हैं 16 कला अवतारी श्री कृष्ण