जिम कार्बेट नेशनल पार्क की तर्ज पर कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार का होगा विकास

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पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों को कतर्नियाघाट में
विश्व स्तरीय सुविधाएं होंगी उपलब्ध

 विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पलिया एअरपोर्ट को अन्तर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के रूप में विकसित किया जायेगा- श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह
 
कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार में इको टूरिज्म संबंधी इन्वेस्टर समिट का होगा आयोजन
उ0प्र0 वन निगम ईको टूरिज्म कार्यों हेतु नोडल एजेंसी नामित
कतर्नियाघाट में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वाचिंग कैम्प, नेचर वाक, जागरूकता कार्यक्रम, साइकिलिंग आदि का होगा आयोजन-श्री दारासिंह चैहान
लखनऊः  15 दिसम्बर, 2020, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा के अनुरूप कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार में ईको पर्यटन के रूप में विकसित करने की कार्यवाही तेजी से शुरू कर दी गई। इस संबंध में आज खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड कार्यालय मंे सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एवं वन एवं पर्यावरण मंत्री श्री दारासिंह चैहान ने बैठक की और कतर्नियाघाट को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ईको पर्यटन स्थल बनाने की सम्भावना पर चर्चा की।
इस मौके पर श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जिम कार्बेट नेशनल पार्क की तर्ज पर कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार को विकसित किया जायेगा। पीपीपी माडल पर इसे विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से विश्व स्तरीय सुविधाएं पयर्टकों को उपलब्ध कराई जायेंगी। उन्होंने कहा कि कतर्नियाघाट को टूरिज्म स्पाट बनाने के लिए वन क्षेत्र के बाहर होटल, पार्क, रोड कनेक्टीविटी पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पलिया एअरपोर्ट को भी अन्तर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के रूप में विकसित किया जायेगा। आने वाले समय में कतर्नियाघाट निवेश के लिए बेस्ट इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन साबित होगा।
श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने निर्देश दिए कि इस परियोजना के क्रियान्वयन हेतु शीघ्र कन्सलटेंट नियुक्त किया जाय और पूरे प्रोजेक्ट का सर्वे कराकर दो सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाय। कतर्नियाघाट के बफर क्षेत्र में किये जा सकने वाले ईको पर्यटन कार्यों की एक विस्तृत डीपीआर तैयार कराई जाय। उन्होंने यह भी कहा कि कतर्नियाघाट को दुधवा नेशनल पार्क से जोड़ने की कार्ययोजना बनाई जाय। उन्होंने कहा कि बफर क्षेत्र में ईको पर्यटन संबंधी अवसंरचनात्मक कार्य वन संरक्षण अधिनियम के प्राविधानों के अन्तर्गत कराये जायेंगे।
श्री दारा सिंह चैहान ने कहा कि इको टूरिज्म संबंधी इन्वेस्टर समिट कराये जाने की योजना तैयार कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रोजेक्ट का डिजिटल मैप तैयार कराया जायेगा। कतर्निया में रीवर फ्रंट को और अधिक आकर्षक बनाया जायेगा। इसके साथ ही इसकी ब्राइंडिंग और मार्केटिंग पर भी विशेष फोकस रहेगा। उन्होंने कहा कि कतर्नियाघाट में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वाचिंग कैम्प, नेचर वाक, जागरूकता कार्यक्रम, साइकिलिंग आदि का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने उ0प्र0 वन निगम को ईको टूरिज्म कार्यों हेतु नोडल एजेंसी नामित किया गया है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पर्यटन श्री मुकेश कुमार मेश्राम सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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