मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जौनपुर की इमरती की मिठास लोगों के दिलों दिमाग पर छाई रहती है। इसे जो महत्व मिलना चाहिए था वह नहीं मिला। अब इसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हमारी सरकार प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि यहां की इमरती कई दिनों तक रखी जा सकती है, इसकी मिठास को हम पूरे देश में फैलाएंगे।इसके लिए यूपी सरकार इसको ब्रांड बनाएंगी।योगी ने शनिवार को जौनपुर के मल्हनी विधानसभा क्षेत्र में यह घोषणा किया।
उन्होंने कहा कि यहां की इमरती विश्व प्रसिद्ध है इसकी मिठास को आगे बढ़ाने के लिए एक ब्रांड दिया जाएगा। सरकार इसमें सहयोग करेगी जिससे जौनपुर की इमरती की मिठास देश-विदेश में फैल सके। इमरती के साथ ही यहां के इत्र पर भी फोकस किया जाएगा। नये कृषि कानून का विरोध विपक्ष का मात्र ढोंग है।
किसानों का शोषण करने वाले ही उनके हिमायती बन रहे हैं। उपचुनाव के मद्देनजर स्थानीय मुद्दों को उठाते हुए मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर जमकर कटाक्ष किया। कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हित में जो कानून बनाया, वह किसानों की आमदनी दोगुना करने और बिचौलियों के चंगुल से मुक्त कराने में मदद करेगा। किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के साथ ही सभी फसलों के उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है। अब किसान अपनी पैदावार को औने-पौने दाम पर बेचने के लिए विवश नहीं होंगे।प्रदेश के हर विकासखंड में एक भंडारण गृह बनाया जाएगा जिसमें किसान अपनी उपज को रख सकता है। देश में कोरोना काल काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 135 करोड़ की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गाइडलाइन का पालन करते हुए मजबूती के साथ कोरोना से लड़ाई लड़ी और लड़ रहे हैं। छह महीने पूरे हो गए हैं। प्रदेश में 12 बार हर गरीब परिवार को मुफ्त खाद्यान्न वितरित किया गया है। गिरती अर्थव्यवस्था व उद्योगों को संभालने के लिए केन्द्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर उद्योगों को उबारने का काम किया। सीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा, गरीबों, असहायों की समस्याओं के निराकरण के लिए तत्पर रहें। इससे पहले सीएम ने एक दिन पूर्व पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर जिले के विकास के लिए आनलाइन घोषित 44 परियोजनाओं का जिक्र किया। सीएम ने जिले से खत्म हो चुके इत्र उद्योग का दर्जा देकर कन्नौज जिले की भांति पहचान दिलाने का भरोसा दिलाया। बता दें कि 1855 में बेनीराम ने इमरती की दुकान स्थापित की थी। 165 साल पुरानी इस प्रतिष्ठा से बनी इमरती देश-विदेश तक धूम मचा दिया है।