मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। ई-टिकटिंग के अवैध कारोबारी एवं टेरर फंडिंग के आरोपी बस्ती जनपद निवासी हामिद अशरफ के करीबी गोंंडा के शमशेर आलम पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।शुक्रवार की शाम को प्रशासन ने उसके स्कूल, आरओ प्लांट, खेती योग्य भूमि तथा गाड़ी को जब्त कर लिया था।

यह कार्रवाई बस्ती व गोंडा डीएम के निर्देश पर तहसीलदार मनकापुर मिश्री सिंह चौहान ने किया है। प्रशासन आरोपी के विरुद्ध और भी शिकंजा कस सकता है। उसकी अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलाने की भी तैयारी हो रही है। खोड़ारे थाना क्षेत्र के कोल्ही गरीब निवासी शमशेर आलम रेलवे आईआरसीटीसी वेबसाइट में सेंधमारी व साफ्टवेयर का कारोबार कर कुछ ही वर्षों में कई करोड़ का मालिक बन गया। वह इलाके में बड़े लोगों की जमात में शुमार किया जाता है। बताया जाता है कि उसके तार टेरर फंडिंग के आरोपी बस्ती निवासी हामिद अशरफ से जुड़े हैं। 21 जुलाई, 2019 की रात उसके निजी स्कूल में हुए बम विस्फोट कांड के बाद वह चर्चा में आ गया था। उस दौरान उसके विरुद्ध कई धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। अभी हाल ही में बस्ती रेलवे पुलिस ने शमशेर को ई-टिकटिंग के अवैध कारोबार में लिप्त होने के कारण गिरफ्तार भी किया था। जिसके चलते वह कई महीने तक जेल में था। गोण्डा में उसके विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है। मुम्बई, बैंगलोर व बस्ती समेत कई अन्य जगहों पर विभिन्न धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत है।