मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। संतकबीरनगर के खलीलाबाद में अचानक बेकाबू हुई एक कार कंटेनर से टकरा गई। इस दुर्घटना में दो सगे भाइयों सहित पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। मरने वालों में चार देवरिया के और उनमें से तीन एक ही गांव के रहने वाले थे।
इनमें से दो सऊदी अरब से कमा कर घर लौट रहे थे। बाकी उन्हें लखनऊ से रिसीव करने गए थे। कंटेनर से टकराने की वजह से कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में पांच लोगों की मौत की खबर युवकों के घरों में पहुंची तो कोहराम मच गया।
परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मिली जानकारी के अनुसार देवरिया के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र स्थित करमहा गांव निवासी अमजद अली (25 वर्षीय) अरब में नौकरी करता था। उसके दो बड़े भाई गुलाम अली और नौशाद अली भी सऊदी अरब में ही साथ रहते हैं। अमरुद्दीन, कुशीनगर के कपूर पिपरा गांव निवासी अरमान (उम्र 27 वर्ष) के साथ सऊदी अरब से शनिवार को लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा। उसका छोटा भाई अफजल अली उर्फ गोलू (उम्र 21 वर्ष) एक कार से उसे रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचा था। उसके साथ गांव का ही रियाज अहमद उर्फ मुन्ना (उम्र 28 वर्ष) और हिरन्दापुर गांव का (आस मोहम्मद उम्र 45 वर्ष) भी अमरूद्दीन और अरमान को रिसीव करने गए थे। पांचों एक ही गाड़ी में लखनऊ एयरपोर्ट से घर के लिए निकले थे।रात करीब दो बजे बस्ती में हाईवे पर उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ गई और सामने से आ रहे कंटेनर से टकरा गई। दोनों वाहनों की आमने-सामने की भिड़ंत में कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में चार युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला और घायल अरमान को लेकर अस्पताल पहुंची। अरमान ने ही पुलिस कर्मियों को सबके घर का मोबाइल नंबर दिया। अस्पताल पहुंचते ही अरमान की भी मौत हो गई। खलीलाबाद पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रामपुर कारखाना के करमहा गांव निवासी अमजद अली सऊदी अरब से फरवरी में ही घर वापस आने वाला था।लेकिन कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद होने से वह घर वापस नहीं आ सका। होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। नहीं तो वह फरवरी में ही घर पहुंच गया होता। लॉकडाउन के चलते वह छह महीने तक घर नहीं आ सका। छुट्टी मिलने के बाद शनिवार को वह अपने रिश्तेदार अरमान के साथ फ्लाइट से लखनऊ वापस आया। उसे रिसीव करने छोटा भाई अफजल लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा था। जहां संतकबीरनगर में हुए हादसे में दोनों सगे भाइयों समेत कार में सवार पांचों युवकों की मौत हो गई। करमहा निवासी अमजद अली की 4 वर्ष पहले परवीन से शादी हुई थी। शादी के तुरंत बाद ही वह सऊदी अरब चला गया था। 2 वर्ष बाद वह वापस आया और फिर से रोजी-रोटी की तलाश में सऊदी अरब चला गया। सड़क हादसे में दोनों सगे भाइयों के मौत की जानकारी मिलते ही पिता अमरुद्दीन और पत्नी परवीन दहाड़ मार कर रोने लगे। गांव निवासी रियाज अहमद उर्फ मुन्ना की भी 5 वर्ष पहले शादी हुई थी। मौत की जानकारी मिलते ही पत्नी रिजवाना, मां सकीना और पिता नत्थू दहाड़े मार कर रोने लगे। इसी तरह हिरन्दापुर गांव निवासी आस मोहम्मद वाहन चालक थे। उनके मौत की जानकारी मिलते ही पत्नी सदरुन, पुत्र जाकिर, जाहिद, अजहरूद्दीन, आसिफ, साकिब और पुत्री रुखसार चीत्कार कर उठे।रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के हिरंदापुर और करमहा ग्राम पंचायत एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। खलीलाबाद में हुए सड़क हादसे में करमहा के तीन और हिरन्दापुर का एक युवक काल के गाल में समा गए। दोनों गांव के बीच की दूरी महज एक किलोमीटर होने से दोनों गांव में कोहराम मच गया। केसरपुर, सारंगपुर, विशुनपुरा, करनपुर उर्फ पचपेड़ा, मझरटिया समेतआसपास के दर्जनों गांव के लोग सांत्वना देने पहुंच गए। तीनों घरों के दरवाजे पर भारी भीड़ जुट गई।