मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।उत्तर प्रदेश में कोरोना विकराल हो चुका है। तमाम वीआईपी भी खुद को नहीं बचा पा रहे हैं। एक हफ्ते में तीन विधायकों की मौत के बाद बुधवार को आरआरएस प्रचारक के नाते भाजपा में काम कर रहे प्रदेश के सह संगठन महामंत्री भवानी सिंह का कोरोना से निधन हो गया। भवानी सिंह की हालत बिगड़ने के बाद लखनऊ पीजीआई से एयर एम्बुलेंस से सोमवार को हैदराबाद भेजा गया था।वाराणसी केंद्र पर रहने के दौरान संक्रमित हुए, उसके बाद उन्हें लखनऊ स्थित पीजीआई में भर्ती कराया गया था। मूलरूप से फर्रूखाबादा के रहने वाले भवानी सिंह को पंचायत चुनाव में वाराणसी का प्रभारी भी बनाया गया था।
भवानी सिंह के निधन पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शोक जताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश के सह-संगठन महामंत्री श्री भवानी सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उनका जाना संगठन के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति !
काशी व गोरक्ष प्रांत के संगठन मंत्री भवानी सिंह पिछले दिनों कोरोना से संक्रमित हो गए थे। आननफानन उन्हें लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया। चेस्ट में संक्रमण की शिकायत बढ़ने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई थी। इसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर सोमवार की सुबह हैदराबाद ले जाया गया है। वहां भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। बुधवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
पिछले महीने एक ही हफ्ते में भाजपा के तीन विधायकों रमेश चंद्र दिवाकर, सुरेश श्रीवास्तव और केसर सिंह की कोरोना से मौत हो चुकी है। अब तक पांच विधायकों की कोरोना से जान जा चुकी है। कोरोना की पहली लहर में पिछले साल दो मंत्री चेतन चौहान व वरुण रानी भी दिवंगत हो गए थे। यूपी की 17वीं विधानसभा में अब तक एक दर्जन विधायकों की मृत्यु हो चुकी है। इनमें कम से कम 5 विधायक तो कोरोना के ही शिकार हो गए।