लखनऊ। भाई बहन का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन तीन अगस्त को है, लेकिन कोरोना का असर इस त्यौहार पर भी पड़ने की उम्मीद लगाई जा रही है।
आदि काल से रक्षाबंधन पर बहन अपने भाई को राखी बांधती हैं। भाई अपनी बहन को सदैव साथ निभाने और उसकी रक्षा के लिए आश्वस्त करता है। रक्षाबंधन, संरक्षण का एक अनूठा रिश्ता है। इस त्यौहार के दिन सभी बहनें अपने भाईयों के घर जाकर अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और कहती हैं मैं तुम्हारी रक्षा करूंगी और तुम मेरी रक्षा करो।
लेकिन इस वैश्विक महामारी ने वर्तमान में सबकुछ बदल के रख दिया है। लोग अपने सगे सम्बन्धियों के यहां आने जाने से परहेज करने लगे हैं। एक दूसरे की रक्षा करने के इस पवित्र त्यौहार पर भी इसका असर पड़ने की आशंका बनी हुई है। इस सम्बन्ध में लखनऊ निवासी ऋतू का मानना है कि कोरोना को देखते हुए अपना तथा अपने भाईयों के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए शायद फोन से ही रक्षाबंधन का पर्व मनाना पड़े। लखनऊ निवासी ममता का कहना है कि एक दूसरे की रक्षा करने का वचन देने वाला त्यौहार में कोरोना का असर पड़ता दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैं हर साल रक्षाबंधन पर्व पर अपने भाई के घर जाकर राखी बांधती हूं लेकिन कोरोना माहमारी के कारण शायद इस साल ऐसा होना सम्भव नहीं दिख रहा है। उनका कहना है कि जिस तरह से कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है उसको देखते हुए अपना तथा अपने भाई के सुरक्षा को देखते हुए जाना शायद सम्भव न हो।
लखनऊ निवासी कविता का मानना है कि जिस तरह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। उसको देखते हुए इस साल रक्षाबंधन त्यौहार पर अपने भाई तथा खुद के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए जाना शायद सम्भव न हो।
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