मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पहाड़ों पर बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में मौसम का मिजाज तेजी से बदला है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर शीतलहर शुरू हो गई है।
पारे में गिरावट के साथ ठिठुरन भरी ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है। लखनऊ में पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान एक डिग्री और घटकर 8.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे गलन का एहसास होना शुरू हो गया है। राजधानी में नवम्बर महीने में न्यूनतम तापमान में इतनी गिरावट तीन वर्ष पहले हुई थी। वर्ष 2017 में 24 नवम्बर को न्यूनतम तापमान 8.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था। हालांकि दिन के तापमान में लगभग एक डिग्री की वृद्धि हुई है। इसके बावजूद गलन बढ़ने से सोमवार को लोगों को दिन में ठंड का एहसास होता रहा। रात का न्यूनतम तापमान तीन दिनों में तीन डिग्री कम हुआ है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश का सबसे ठण्डा स्थान मुजफ्फरनगर रहा जहां रात का तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गोरखपुर, प्रयागराज, बरेली, आगरा मण्डलों में रात का तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया। गोरखपुर, झांसी, वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, बरेली, आगरा, मेरठ मण्डलों में दिन का तापमान भी सामान्य से कम दर्ज किया गया। राज्य में सबसे अधिक 28.1 डिग्री दिन का तापमान फतेहगढ़ में दर्ज हुआ। लखनऊ में आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि पिछले हफ्ते उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण वहां से आयी ठंडी हवा के कारण यूपी के सभी हिस्सों में तापमान में गिरावट आयी है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, जिसके कारण पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होगी। इससे यूपी में न्यूनतम पारा बढ़ेगा। इस बीच, कश्मीर के ज्यादातर मैदानी इलाकों में सोमवार को मौसम की पहली बर्फबारी हुई। घाटी के ऊंचाई पर स्थित क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बर्फबारी हुई जिसके चलते घाटी को लद्दाख से जोड़ने वाला श्रीनगर-लेह मार्ग बंद हो गया।