मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा करने का दावा किया है कि जो मुर्दो को लूटने का काम करता था।इसका खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने आज यहां बताया कि तीन मार्च को कुंवर रविंद्र सिंह ने पुलिस में शिकायत दी थी कि उनके भतीजे सुनील कुमार सिंह बोलेरो गाड़ी नंबर यूपी 35 एक्स 1700 अपने परिवार के साथ उन्नाव से ग्वालियर जा रहे थे। रास्ते में इटावा के बढ़पुरा इलाके मे रामकृष्ण होटल के नजदीक एक ट्रैक्टर के चालक की लापरवाही से दुर्घटना हो गई थी और हादसे में उनके भतीजे की मौत हो गई तथा अन्य परिजन घायल हो गए थे।
इस संदर्भ में शिकायतकर्ता ने पुलिस को जानकारी दी कि मृतक के पास एटीएम कार्ड, डीएल, पर्स मे रखे 20000 रुपये और सोने की चेन के साथ सभी सामान गायब मिला। उन्होंने बताया कि हादसे के दूसरे दिन 28 फरवरी को मृतक सुनील कुमार के पे-टीएम से कुल 45000 रुपये निकाल भी लिए गए थे। पुलिस ने जब शव के पास से लूटे गए सामान की जांच शुरू की तो बेहद चैंकाने वाले खुलासे हुए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले उस एम्बुलेंस चालक की तलाश शुरू की जिसमें घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया था।पुलिस को शक था कि इस लूटपाट में एम्बुलेंस चालक का हाथ हो सकता है। पुलिस एम्बुलेंस की तलाश करते करते चालक संजीव व परिचालक शोभित तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक मोबाइल, एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, डीएल, बिग बाजार कार्ड, एक दिल्ली मेट्रो कार्ड और 44700 रुपये नकद बरामद कर लिए हैं ।
पुलिस की पूताछ में दोनो आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने ही मृतक सुनील कुमार के कीमती सामान और नकदी की चोरी की थी। जिससे दोनो के पास से बरामद कर लिया गया है।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार संजीव कुमार इटावा के बढ़पुरा का ही रहने वाला है जबकि परिचालक शोभित कुमार कन्नौज का रहने वाला है। इन दोनों एम्बुलेंस में शव ले जाते वक्त मृतक के कीमती सामान, कैश, घड़ी, अंगूठी आदि पर हाथ साफ कर देते थे। इस सिलसिले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।