मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी में लवजिहाद की बाढ़ आ गयी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लवजिहादियों ने जहां जबरन और लालच देकर भोली-भाली गैर धर्मों की लड़कियों को फंसा वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहचान छुपा कर अपहरण करने मामले आ रहे हैं।
ताजा मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर का है। जहां कर्नाटक के रहने वाले एक लड़के ने अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर पूर्व सैनिक की बेटी को पहले दोस्ती के जाल में फंसाया फिर उसे अगवा कर लिया। पूर्व सैनिक ने पांच जनवरी को बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद उन्होंने अपनी बेटी को अगवा करने वाले शख्स के खिलाफ अपहरण के साथ-साथ लव जिहाद का मामला भी दर्ज कराया है। इसे गोरखपुर में लव जिहाद का पहला मामला बताया जा रहा है। हालांकि इसके पहले गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र की एक महिला ने पहचान छिपाकर शादी करने और फिर शौहर के फरार हो जाने की शिकायत की थी। पुलिस उस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार गोरखपुर में रहने वाले एक पूर्व सैनिक की नाबालिग बेटी से कर्नाटक के लड़के ने पहचान छिपाकर दोस्ती की। वह लगातार लड़की के सम्पर्क में रहा। इस बीच चार जनवरी को लड़की कालेज से गायब हो गई। पूर्व सैनिक के मुताबिक वह अपनी बेटी को खुद कालेज पहुंचाने गए थे लेकिन शाम तक वह घर नहीं लौटी। इसके बाद परिवारवालों ने लड़की की खोजबीन शुरू की। कहीं पता नहीं चलने पर थक हारकर पांच जनवरी को पूर्व सैनिक ने चिलुआताल थाने में गुमशुदुगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच-पड़ताल में पता चला कि लड़की को कर्नाटक के बीजापुर जिले के इंडी रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले महबूब नाम के एक लड़के ने अगवा किया है। महबूब ने अपनी पहचान छिपाकर पहले लड़की से दोस्ती की। फिर उसे अगवा कर लिया।
पूर्व सैनिक के मुताबिक महबूब ने उनकी बेटी को नौकरी का झांसा भी दे रखा है। वह पिछले एक साल से उसके सम्पर्क में था। पुलिस ने चिलुआताल थाने में महबूब के खिलाफ अपहरण और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 (लव जिहाद) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार के निर्देश पर गोरखपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की एक टीम महबूब की तलाश में बीजापुर रवाना हो गई है।