यूपी एटीएस ने फर्जी भारतीय पहचान पत्र बनाने वाले गिरोह से जुड़े दो रोहंगियों को कोलकाता से दबोचा
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।यूपी एटीएस ने कोलकाता से मोहम्मद जमील उर्फ हारिशुल्ला और नूर अमीन को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिम है। गिरफ्तार मोहम्मद जमील उर्फ हारिशुल्ला कुछ समय पहले अवैध तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए पश्चिम बंगाल में दाखिल हुआ था। पश्चिम बंगाल में ही उसने भारतीय नाम मोहम्मद जमील नाम से फर्ज़ी भारतीय पहचान पत्र बनवा लिए थे। यह पहचान पत्र उसने 24 परगना जिले में बनवाया था।भारतीय पहचान पत्र हासिल करने के बाद मोहम्मद जमील उर्फ हारिशुल्ला ने तमाम अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों को अवैध तरीके से पश्चिम बंगाल लाकर भारतीय पहचान पत्र बनाने का काम भी शुरू कर दिया। एटीएस सूत्रों की मानें तो यह गिरोह एक-एक भारतीय पहचान पत्र बनवाने का एक-एक लाख तक वसूलते हैं। हिन्दू नामों से पहचान पत्र और पासपोर्ट बनाने का रेट दो लाख है।
मोहम्मद जमील से हारिशुल्ला बन चुका रोहंगिया फर्जी भारतीय कागजातों से अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों के पासपोर्ट और वीजा बनवा कर विदेश भेजने के साथ ही अन्य भारतीय राज्यों में भी इनकी घुसपैठ करा देता था। यूपी एटीएस ने मोहम्मद जमील की निशानदेही पर अवैध रोहिंग्या मुस्लिम नूर अमीन को गिरफ्तार किया। जिसने फर्जी भारतीय हिंदू सुदीप मैती नाम से पश्चिम बंगाल के नादिया जिले का फर्जी भारतीय पहचान पत्र बनवा लिया था।
उत्तर प्रदेश के अपरपुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मोहम्मद जमील कुछ समय अलीगढ़ में भी रह चुका है। जल्द ही मोहम्मद जमील को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। जिससे इस सिंडिकेट से जुड़े तमाम अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सके। बीते कुछ समय में यूपी एटीएस ने 20 से ज्यादा अवैध रोहिंग्या मुस्लिमों की गिरफ्तारी की है, जो उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में फर्जी भारतीय पहचान पत्र की बदौलत रह रहे थे। एक ऐसे सिंडिकेट का भी खुलासा किया था जो फर्जी भारतीय पहचान पत्र के आधार पर पासपोर्ट – वीजा बनवा कर विदेश भेजने का काम भी करता है।