जैन शासन देवियाँ” विषय पर वेबिनार का आयोजन
लखनऊ। उ.प्र.जैन विद्या शोध संस्थान, लखनऊ (संस्कृति विभाग, उ.प्र.) मिशन शक्ति के अन्तर्गत “जैन शासन देवियाँ” विषय पर वेबिनार का आयोजन बुधवार को हुआ। वेबिनार के प्रारम्भ में संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो.(डॉ.) अभय कुमार जैन और निदेशक डॉ. राकेश सिंह नें मंगलाचरण के साथ दीपप्रज्वलन किया।
विषय प्रवर्तन करते हुये संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो.(डॉ.) अभय कुमार जैन ने कहा कि बिना भक्ति के शक्ति नहीं मिलती और विना शक्ति के मुक्ति नहीं मिलती। जैन शासन देवियाँ मुक्ति मार्ग की दिग्दर्शिका हैं।
उन्होंने कहाकि सरकार द्वारा मिशन शक्ति के माध्यम से हर क्षेत्र में कार्यरत समाज की महिलाओं पर सार्थक प्रभाव हो रहा है।
हस्तिनापुर से जुड़ी साध्वी प्रज्ञा श्रमणी आर्यिकाश्री चन्दनामती माताजी ने आशीर्वचन में कहा कि महिला शक्ति नारी के अन्तःमन में सदैव रहती है। आवश्यकता केवल उस शक्ति को जागृत करने की है।
जम्बूद्वीप हस्तिनापुर से भारत गौरव गणिनी प्रमुख आर्यिकाशिरोमणी पूज्य ज्ञानमती माता जी ने विशेष आशीर्वाद देते हुये स्पष्ट किया कि जैन धर्म के 24 तीर्थंकारों की 24 यक्ष और 24 यक्षिणी हुईं हैं। यक्षिणी ही जैन शासन देवियाँ हैं जिनकी शक्ति से मानवजाति को तीर्थंकर के गुणों और परमार्थ शक्ति का ज्ञान होता है।
सभाध्यक्ष प्रो. सुधा जैन ने कहा कि वर्तमान समय में आर्यिका माता ही साक्षात शक्ति का स्वरुप हैं। लखनऊ से डॉ. पत्रिका जैन, डॉ. राका जैन आदि वक्ताओं ने कहा कि जैन शासन देवियों के असीमित ज्ञान की संरक्षणी हैं।
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