बैंक लोन घोटाले में हरिशंकर तिवारी के विधायक बेटे, बहु व एक अन्य पर सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कराया

0
340

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ ।बैंक लोन घोटाले में सीबीआई ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ठिकानों पर छापेमारी की है। खबर लिखे जाने तक मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई ने बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी, उनकी पत्नी अनीता तिवारी व कंपनी से जुड़े एक अन्य व्यक्ति अजीत पांडेय के विरुद्ध सैकड़ों करोड़ के घोटाले से जुड़े मामलों में मुकदमा पंजीकृत किया है। 2011 से पहले कंपनी ने बैंक से लोन लिया था। यह कम्पनी उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई ने सोमवार को 1500 करोड़ के बैंक लोन घोटाले के मामले में लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा में गंगोत्री इंटरप्राइजेज के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। गोरखपुर में कंपनी के ऑफिस पहुंची सीबीआई टीम ने घंटों दस्तावेज खंगाले। टीम ने मौके पर मिले लोगों से पूछताछ भी किया। बताया जाता है कि कंपनी ने व्यापार के लिये बैंक लोन लिया था। इसके बाद कंपनी (गंगोत्री इंटरप्राइजेज) ने लोन की रकम को समय से वापस नहीं किया। इस पर बैंक ने शिकायत की। बैंक ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा बैंक लोन हड़प कर दूसरी जगह निवेश किया गया। इस पर सीबीआई ने आज कंपनी के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस घटना को राजनैतिक गलियारे में तरह-तरह से जोड़ कर देखा जा रहा है।

प्रदेश में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार को कुछ लोग ब्राह्मण विरोधी बताते हैं। वृद्ध माफिया हरिशंकर तिवारी की ब्राह्मणों में प्रभावी पैठ है। वह ठाकुर बनाम ब्राह्मण की राजनैतिक प्रतिद्वंदता में ब्राह्मणों के सबसे मजबूत धुरी हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलावा वह ब्राह्मणों की पंचायत करते हैं। जरायम से राजनीति ने घुसने वाले तिवारी राजनीति के साथ ही कारोबारी भी हो गये। जानकारों का मानना है कि न चाहते हुये भी यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़ के ठाकुर बनाम ब्राह्मण से जोड़ा जा सकता है। जिसके पूर्वांचल में घर-घर चर्चे होते रहे हैं। यदि समझदारी से मामला न निपटा तो इस छापेमारी से राजनैतिक रूप से सिकुड़ चुके हरिशंकर तिवारी को एक और दांव चलने का मौका मिल जायेगा। इसके पहले 2017 में लूूूट के एक आरोपी की तलाश में पुलिस ने गोरखपुर स्थित हरिशंकर तिवारी के आवास उप नाम “हाता” में छापा मारा था। जिसे विधायक विनय शंकर तिवारी ने सरकार की साजिश बताया था।तब विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के विधायक बेटे विनय शंकर तिवारी और यूपी सरकार के एक मंत्री के बीच बहुत गरमागरम बहस हुई थी।

Advertisment

भगवती का चतुर्थ स्वरूप कूष्माण्डा: भक्त अपनी आतंरिक प्राणशक्ति को उर्जावान बनाते हैं

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here